घंटों बाधित रहे आगरा-झांसी और लखनऊ-मुरादाबाद रेलखंड
आगरा-झांसी और लखनऊ-मुरादाबाद रेलखंड आज घंटों बाधित रहे। दोनों खंडों में करीब ५० से अधिक रेलगाड़ियां विलंबित हो गईं। कई स्थआनों पर नाराज रेल यात्रियों ने हंगामा किया। दरअसल, दीपावली पर अपने घरों को लौटने वाले हजारों लोग रेल यातायात में बाधा से परेशान हो गए। घंटों बिना किसी आश्वासन
लखनऊ। आगरा-झांसी और लखनऊ-मुरादाबाद रेलखंड आज घंटों बाधित रहे। दोनों खंडों में करीब ५० से अधिक रेलगाड़ियां विलंबित हो गईं। कई स्थआनों पर नाराज रेल यात्रियों ने हंगामा किया। दरअसल, दीपावली पर अपने घरों को लौटने वाले हजारों लोग रेल यातायात में बाधा से परेशान हो गए। घंटों बिना किसी आश्वासन और सूचना के वह सभी बीच रास्ते फंसे रहे। ऐसे में न जाने कितने लोगों का धैर्य जवाब दे गया। हालात इतने बिगड़े कि आरपीएफ-जीआरपी ने स्थिति को संभालना पड़ा। अधिकारी मौके पर पहुंचे और दोनों मामलों की जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
दस घंटे रूट बाधित--आगरा-झांसी रूट पर आज भांडई के समीप मालगाड़ी का इंजन खराब होने से भोपाल शताब्दी सहित आधा दर्जन ट्रेनें डेढ़ घंटे खड़ी रहीं। नाराज यात्रियों ने जमकर हंगामा कर डाउन ट्रैक रोकने की कोशिश की। आरपीएफ-जीआरपी ने स्थिति को संभाला। आज सुबह 8.20 बजे अमृतसर से न्यू पटनी जा रही मालगाड़ी का डीजल इंजन भांडई के नजदीक खराब हो गया। ड्राइवर ने ठीक कर गाड़ी को आगे बढ़ाया मगर थोड़ी देर बाद मालगाड़ी रुक गई। इस बीच भोपाल शताब्दी को रोक दिया। इससे आगरा-झांसी रूट का अप ट्रैक ठप हो गया। इससे यशवंतपुर संपर्क क्रांति, छत्तीसगढ़, पंजाब मेल, स्वर्ण जयंती, ताज सहित दस ट्रेनें जहां थीं वहीं खड़ी रहीं। सुबह 9.47 बजे इंजन को ठीक कर जाजऊ में मुख्य ट्रैक से हटकर लूप लाइन में खड़ा किया गया। डेढ़ घंटे गाड़ी खड़ी रहने पर आगरा कैंट और भांडई के बीच खड़ी छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस के यात्रियों ने ट्रैक पर उतरकर हंगामा शुरू कर दिया। भोपाल शताब्दी एक्सप्रेस में कई मंत्री और अफसर सफर कर रहे थे। कुछ देर बाद आगरा मंडल के परिचालन अफसर कंट्रोल रूम पहुंच गए और ट्रैक क्लियर होने के बाद लौटे।
लखनऊ में मालगाड़ी बेपटरी--पहले मुरादाबाद और फिर रात लखनऊ में मालगाड़ी बेपटरी होने से ट्रेन संचालन बुरी तरह लड़खड़ा गया। गेहूं लदी मालगाड़ी के तीन वैगन उतरकर लखनऊ-मुरादाबाद रेलखंड की अप व डाउन दिशा की लाइनों पर आ गए। दीपावली पर अपने घरों को लौट रहे हजारों लोग बीच रास्ते फंसे रहे। श्रमजीवी एक्सप्रेस सहित एक दर्जन ट्रेनें जहां की तहां खड़ी हो गईं। मामले की गंभीरता को देखते हुए डीआरएम एके लाहौटी ने मौके पर पहुंचकर केवल तीन घंटे में अप व डाउन लाइन को यातायात के लिए बहाल किया जबकि शेष लाइनों पर संचालन मंगलवार सुबह 11 बजे के बाद शुरू हो सका।
हादसे-दर-हादसे--मुरादाबाद के यार्ड में मालगाड़ी और फिर उसके पास कटघर स्टेशन पर जलियाबाला बाग एक्सप्रेस की तीन बोगियों एक सप्ताह के भीतर पटरी से उतरी थीं। तीसरा हादसा सोमवार रात 12:15 बजे आलमनगर रेलवे स्टेशन पर हो गया। रोजा की तरफ गेहूं लदी मालगाड़ी जा रही थी। अचानक प्वाइंट से आगे बढ़ते ही इसकी गार्ड की बोगी की तरफ से आठवां, नौवां और दसवां वैगन पटरी से उतर गया। तेज आवाज के साथ वैगनों के पटरी से उतरते ही स्टेशन पर तैनात कर्मचारियों में भगदड़ मच गया। आनन-फानन इसकी सूचना कंट्रोल रूम को दी गई। सूचना मिलते ही डीआरएम एके लाहौटी सहित कई अधिकारी मौके पर पहुंच गए।
घंटों लेट हुईं ट्रेनें--वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक आरडी वाजपेयी ने कंट्रोल रूम का मोर्चा संभाला। मालगाड़ी अप व डाउन दिशा के बीच वाली क्रासिंग लाइन से गुजर रही थी, लिहाजा उसकी बोगियां कई लाइनों तक पहुंच गई थीं। इसके चलते लखनऊ-मुरादाबाद रेलखंड की ट्रेनों को अलग अलग जगहों पर खड़ा कर दिया गया। ट्रेन 12557 सप्तक्रंति एक्सप्रेस और 12391 श्रमजीवी एक्सप्रेस चारबाग स्टेशन पर ही दो घंटे से अधिक खड़ी रही जबकि 14205 फैजाबाद-दिल्ली एक्सप्रेस मल्हौर में डेढ़ घंटे, 12371 कुंभ एक्सप्रेस उतरेटिया में डेढ़ घंटे खड़ी रही। शहीद एक्सप्रेस सहित मुरादाबाद रेलखंड की ओर से आने वाली छह ट्रेनों को बीच रास्ते रोका गया। दुर्घटना राहत ट्रेन के पहुंचने पर क्रेन की मदद से गेहूं लदे वैगन को अप व डाउन दिशा से हटाकर रात 2:55 बजे ट्रेन संचालन बहाल कर दिया गया जबकि लाइन नंबर पांच व छह पर सुबह 11 बजे संचालन शुरू हो सका।
जांच के आदेश---आलमनगर हादसे की जांच के लिए डीआरएम ने कमेटी गठित कर दी है। सीनियर डीसीएम अजीत कुमार सिन्हा ने बताया कि आलमनगर स्टेशन पर पैनल की सुविधा है। ऐसे में प्वाइंट सेट होने पर ही टे्रन को सिग्नल मिल पाता है। अब पटरी से मालगाड़ी के उतरने के कारणों की जांच की जा रही है। देर शाम तक मंडल के ऑपरेटिंग, वाणिज्य और दूरसंचार व सिग्नल अनुभाग के अधिकारी जांच में जुटे थे।