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नववर्ष की बधाई, एमएलसी प्रत्याशिता की लड़ाई

कानपुर, जागरण संवाददाता: नववर्ष की बधाई की आड़ में अक्टूबर, नवंबर में प्रस्तावित शिक्षक विधायक चुनाव

By Edited By: Published: Wed, 06 Jan 2016 07:24 PM (IST)Updated: Wed, 06 Jan 2016 07:24 PM (IST)

कानपुर, जागरण संवाददाता: नववर्ष की बधाई की आड़ में अक्टूबर, नवंबर में प्रस्तावित शिक्षक विधायक चुनाव की सरगर्मियां तेज हो गई हैं। कानपुर, कानपुर देहात व उन्नाव जिले के शिक्षकों को मिलाकर चुनाव होता है, इसलिए यहां के दावेदार सोशल मीडिया, होर्डिंग, पोस्टरों व पर्चो के जरिए प्रत्याशिता दर्शाने की मुहिम चल रही है। कालेजों में प्रत्याशियों के मेल मिलाप व चर्चाएं तेज हैं। इस बार पिछले चुनाव से ज्यादा प्रत्याशियों का मैदान में उतरना तय है।

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संयुक्त शिक्षा निदेशक व डीआईओेएस कार्यालय के पास, मुख्य चौराहों व बड़ी शिक्षक संख्या वाले संस्थानों में स्वयं को प्रत्याशी घोषित करते हुए कई शिक्षक नेताओं ने होर्डिग लगा दी गई हैं। इनमें नये साल के साथ गणतंत्र दिवस व मकर संक्रांति की शुभकामनाएं दी गयी हैं। कुछ शिक्षक नेताओं ने शिक्षकों को एसएमएस पर भेजे शुभकामना संदेशों में स्वयं को प्रत्याशी लिखा है।

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सोशल मीडिया का प्रयोग

संभावित प्रत्याशी फेसबुक व ह्वाट्सएप का जमकर प्रयोग कर रहे हैं। एक शिक्षक संघ के प्रत्याशी के पक्ष में ह्वाट्सएप पर एक ग्रुप बना कर उससे जुड़े शिक्षकों को नये शासनादेश, 7वें वेतन आयोग की रेगुलर जानकारियां, छुट्टि्यों की सूची, समाचार पत्रों में छपे उनसे संबंधित समाचार, गुड मार्निग, बड़े नेताओं के चित्र आदि भेजे जा रहे हैं। फेसबुक पर नई पुरानी, तस्वीरें चस्पा की जा रही हैं। कालेजों में जाकर भी प्रत्याशिता बताई जा रही है।

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इस बार हो सकते सर्वाधिक प्रत्याशी

माध्यमिक शिक्षक संघ के कुछ गुटों में प्रत्याशिता को लेकर दो फाड़ होने की स्थिति है। एक गुट के शिक्षक नेता ने पिछली बार चुनाव में प्रत्याशी रहे अपने गुट के शिक्षक नेता से दूरी बनाकर अपनी प्रत्याशिता घोषित कर दी है। कुछ साल पहले उभरे शिक्षक संघ के गुट के एक शिक्षक नेता ने अलग से होर्डिंग लगा दी हैं। उन्होंने पहली बार होर्डिग लगा शिक्षकों को बधाई दी है। समझा जा रहा है कि वह चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। शिक्षक संघ के दो गुट अभी हवा का रुख देख रहे हैं तो विषय विशेषज्ञों के एक नये गुट का जन्म हो गया है। इनके नेता अपने प्रत्याशी संग कालेज में संपर्क कर रहे हैं। अल्पसंख्यक, दलित, पिछड़ा वर्ग तथा स्ववित्तपोषी शिक्षकों के तीन गुटों के प्रत्याशी भी मैदान में उतरने की तैयारी में हैं। डिग्री कालेज के एक शिक्षक नेता पहली बार दांव लगाने की चिंगारी हवा में छोड़ चुके हैं। एक राजनीतिक दल का समर्थन लेकर पहली बार एक प्रत्याशी मैदान में आने को तैयार है।

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यह है तस्वीर

चुनाव प्रस्तावित: अक्टूबर-नवंबर 2016

पिछली बार हुआ था : 6 नवंबर 2010

पिछली बार प्रत्याशी थे : 11

इस बार संभावना : 18

पिछली बार मतदाता थे : 14,000

इस बार हो सकते हैं : 18,000

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इन संस्थानों से बनते मतदाता

आईआईटी, आईटीआई, पॉलीटेक्निक, शर्करा संस्था, टेक्सटाइल इंस्टीट्यूट, एचबीटीआई, सीएसजेएमयू, सीएसए, लेदर इंस्टीट्यूट, सहायता प्राप्त कालेज, स्ववित्तपोषी हायर सेकेंडरी स्कूल व इंटर कालेज के केवल पूर्णकालिक शिक्षक, संस्कृत विद्यालय, मदरसा, जीआईसी, मेडिकल कालेज, निजी इंजीनिय¨रग कालेज के यूपीटीयू से अप्रूव्ड शिक्षक तथा डिग्री कालेजों के शिक्षक।


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