ट्रैक दोहरीकरण पर येलो सिग्नल
कानपुर, जागरण संवाददाता: भीमसेन से झांसी तक किये जा रहे ट्रैक दोहरीकरण को कुल 10 करोड़ रुपये ही रेल बजट में मिले हैं। कार्य के लिए बजट में येलो सिग्नल मिलने से ये मिशन अपने निर्धारित समय पर शायद ही पूरा हो पाये।
मंगलवार को रेलमंत्री सदानंद गौड़ा ने संसद में जो रेल बजट पेश किया है, उसमें भीमसेन से झांसी तक कुल 206 किमी किये जा रहे दोहरीकरण रेललाइन के लिए मात्र 10 करोड़ रुपये मंजूर किये गये हैं। इससे ये कार्य लटकता नजर आ रहा है। कानपुर सेंट्रल से भीमसेन तक ट्रैक डबल है लेकिन उसके बाद एक ही ट्रैक है जिससे ट्रेनें लेट होती हैं। रेलवे सलाहकार समिति के सदस्य शेख मोहम्मद ने बताया कि भीमसेन से झांसी तक ट्रैक दोहरीकरण को वर्ष 2012 में स्वीकृत दी गयी।
ø ट्रैक दोहरीकरण के लिए पहली किश्त 1 करोड़ रुपये जारी की गयी जो ट्रैक सर्वे में खर्च हो गई।
ø दूसरी किश्त वर्ष 2012 के रेलबजट में 20 करोड़ रुपये जारी किये गये।
ø तीसरी किश्त वर्ष 2013 के रेलबजट में 20 करोड़ रुपये जारी हुए।
ø चौथी किश्त 8 जुलाई 2014 को रेल बजट में 10 करोड़ रुपये मंजूर किये गये।
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इंसेट..
झांसी दोहरीकरण की स्थिति
ø भीमसेन से झांसी तक
ø कार्य आरंभ 2014
ø कार्य समाप्ति 2017
ø कुल लंबाई 206 किमी
ø कुल खर्च 897 करोड़ रुपये।
ø भीमसेन से ऊसरगांव कुल दूरी 69 किमी, खर्च 262 करोड़ रुपये।
ø ऊसरगांव से एरच रोड 70 किमी, कुल खर्च 264 करोड़।
ø एरच रोड से झांसी 66 किमी, कुल खर्च 267 करोड़ रुपये।