गोरखपुर मेडिकल कालेज में 13 और मासूमों ने दम तोड़ा
बीते 24 घंटे के दौरान 13 और मासूमों ने इस वार्ड में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। मृतकों में एनआइसीयू के आठ और पीआइसीयू के पांच मरीज शामिल हैं।
गोरखपुर (जेएनएन)। बाबा राघवदास (बीआरडी) मेडिकल कालेज के पीडियाट्रिक वार्ड में बच्चों की मौत का सिलसिला थम नहीं रहा। बीते 24 घंटे के दौरान 13 और मासूमों ने इस वार्ड में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। मृतकों में एनआइसीयू के आठ और पीआइसीयू के पांच मरीज शामिल हैं। इनमें मात्र एक मासूम मरीज इंसेफ्लाइटिस से पीडि़त थी। इस दौरान कालेज के पीडियाट्रिक वार्ड में 59 नए मरीज दाखिल किए गए।
उधर बीते 24 घंटे के दौरान इंसेफ्लाइटिस के 27 नए मरीज मेडिकल कालेज में भर्ती किए गए। इनमें गोरखपुर के छह, बिहार व महराजगंज के चार-चार, देवरिया, सिद्धार्थनगर व संतकबीर नगर के तीन-तीन और बलिया व बस्ती का एक-एक मरीज शामिल हैं। इन्हें लेकर इस वर्ष अब तक 787 इंसेफ्लाइटिस मरीज इलाज के लिए मेडिकल कालेज आ चुके हैं। इनमें 182 की मौत हो गई। बीते 24 घंटे के दौरान मरने वाली एकमात्र बच्ची निक्की थी, जो बरगदवां महराजगंज की निवासी थी। 118 इंसेफ्लाइटिस मरीजों का इलाज अभी भी वार्ड में चल रहा है।
अब 12 बजे रात में होगी इंसेफ्लाइटिस की रिपोर्टिंग
मेडिकल कालेज प्रशासन ने इंसेफ्लाइटिस की रिपोर्टिंग का समय बदल दिया है। अब यह रिपोर्टिंग सुबह नौ बजे के बजाय रात 12 बजे होगी। ऐसा समूचे बाल रोग वार्ड की भर्ती और मौतों के आंकड़ों को सहेजने में आ रही दिक्कत के चलते किया गया है।
दरअसल पूरे बाल रोग विभाग की भर्ती और मौत की रिपोर्टिंग का समय रात 12 बजे ही है। ऐसे में समूचे रिकार्ड से इंसेफेलाइटिस वार्ड के रिकार्ड के साथ संतुलन बनाने में दिक्कत आ रही थी। प्राचार्य डा. पीके सिंह ने बताया कि शुक्रवार से हर हाल में नए समय के मुताबिक इंसेफ्लाइटिस की रिपोर्टिंग होगी।