पाइल सेतु धंसा, मुश्किल में 28 हजार आबादी
गोंडा : घाघरा से निकले सोतिया नाले पर मांझा क्षेत्र के लोगों के आवागमन की समस्या को बेहतर बनाने के ल
गोंडा : घाघरा से निकले सोतिया नाले पर मांझा क्षेत्र के लोगों के आवागमन की समस्या को बेहतर बनाने के लिए पिछले साल विजयगंज गांव के पास बनाया गया पाइल सेतु बीच में धंस गया। जिससे इस पुल से होकर गुजरने वाली करीब 28 हजार की आबादी की मुश्किलें बढ़ गई है। ग्रामीण जान जोखिम में डालकर यात्रा करने को मजबूर है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से इस समस्या पर तत्काल कार्रवाई की मांग की है।
चरसड़ी-बहुअन मदार मांझा मार्ग पर बीच में पड़ने वाले कई नालों पर पुल बनाया गया था। लोकईपुरवा व विजयगंज के पास सोतिया नाले पर पिछले साल पाइल सेतु बनाया गया था। विजयगंज के पास बने पाइल सेतु से गन्ने लदी ट्रैक्टर ट्राली के गुजरते ही वह बीच में धंस गया। पाइल सेतु के बीच में धंसने के कारण अब लोगों के सामने समस्या आ गई है। इस पाइल सेतु से बहुअन मदार मांझा के करीब 12 हजार लोगों का आवागमन है। साथ ही बाराबंकी जिले के बांसगांव के करीब 11 हजार व अतवा मांझा के करीब पांच हजार लोग भी इसी पुल से गुजरते हैं। ऐसे में अब लोग गुजरने से डर रहे हैं। यहीं नहीं लोकईपुरवा के पास पुल के दोनों साइडों पर लगाने के लिए आया बोल्डर पुल पर ही पड़ा है, जो दुर्घटना को दावत दे रहा है।
इनकी सुनिये
- ग्राम प्रधान राजाराम, मगन ¨सह, ¨मटू ¨सह, झिनझिन ¨सह व पवन का कहना है कि पाइल सेतु के निर्माण में मानकों की अनदेखी की गई। पुल बनने के समय ही इसकी शिकायत उन लोगों ने की थी। बावजूद इसके अफसरों ने ध्यान नहीं दिया। ग्रामीणों ने इस पर कार्रवाई की मांग की है।
क्या बोले अफसर
- बीडीओ परसपुर रणजीत कुमार गुप्त का कहना है कि अभी तक यह मामला उनकी जानकारी में नहीं था। मौके पर कर्मियों को भेजकर जानकारी ली जाएगी।