Move to Jagran APP

रंग बिरंगी रोशनी से नहाया चित्रकूट का रामघाट और दीपदान मेला शुरू

रंग बिरंगी रोशनी में नहाई प्रभु श्रीराम की तपोभूमि चित्रकूट में धनतेरस से पांच दिवसीय दीपदान मेला शुरू हो गया।

By Nawal MishraEdited By: Published: Tue, 17 Oct 2017 06:57 PM (IST)Updated: Tue, 17 Oct 2017 11:26 PM (IST)
रंग बिरंगी रोशनी से नहाया चित्रकूट का रामघाट और दीपदान मेला शुरू
रंग बिरंगी रोशनी से नहाया चित्रकूट का रामघाट और दीपदान मेला शुरू

चित्रकूट (जेएनएन)। रंग बिरंगी रोशनी में नहाई प्रभु श्रीराम की तपोभूमि में धनतेरस से पांच दिवसीय दीपदान मेला शुरू हो गया। हालांकि मुख्य दीपदान का पर्व दीपावली को होगा जिसमें करीब 40 लाख लोगों के दीपदान करने का अनुमान है। धनतेरस को भी लाखों श्रद्धालुओं ने पतित पावनी मंदाकिनी में स्नान कर दीपदान किया। धर्मनगरी के इस सबसे बड़े मेले में सुरक्षा के लिए आठ जिलों से पुलिस फोर्स बुलाया गया है। रेलवे ने करीब आधा दर्जन मेला स्पेशल ट्रेन चलाने की व्यवस्था भी की है। उल्लेखनीय है कि चित्रकूट का दीपावली अमावस्या मेला बुंदेलखंड के लिए विशेष आस्था का केंद्र है।

loksabha election banner

ऐसी मान्यता है कि भगवान राम ने अपने वनवास काल के 12 साल इसी धरा में बिताए थे। उनको इस धरा के कण-कण से इतना प्रेम था कि आज भी उसमें उनका वास है। इसी प्रेम के वशीभूत भगवान राम जब लंका विजय कर अयोध्या लौटे तो उनका पुष्पक विमान कुछ क्षण के लिए चित्रकूट में रुका था। भगवान राम ने ऋषि मुनियों से आशीष लिया था। फिर माता सीता के साथ मंदाकिनी व कामदगिरि का पूजन करने के साथ दीपदान करके अयोध्या के लिए प्रस्थान किया था। मान्यता कि आज भी भगवान राम यहां पर दीपावली को दीपदान को आते हैं।

यह भी पढ़ें: लोक गायिका मालिनी अवस्थी अब बीएचयू में चेयर प्रोफेसर

दीपदान का सौभाग्य लूटने को प्रति वर्ष लाखों श्रद्धालु देश के कोने-कोने से आते हैं, जिसका नजारा मंगलवार को धनतेरस से शुरू हो गया है। लोग मंदाकिनी सहित कामदगिरि में घी और तेल के दीये जलाकर सुख समृद्धि की कामना करते हैं। रामघाट में की गई सजावट व लगाई गई झालरें रात में अलग ही छटा बिखेर रही हैं।  श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए मेला परिक्षेत्र को वनवे कर दिया गया है और केवल छोटे वाहनों को ही मेला क्षेत्र में प्रवेश दिया जा रहा है। कामदगिरि परिक्रमा में भीड़ अधिक न हो इसलिए प्रमुख द्वार को भी वनवे कर दिया गया है। बांके बिहारी मंदिर के पास परिक्रमा मार्ग में बैरीकेङ्क्षडग कर दी गई है। इसके अलावा इस मार्ग से प्रमुख द्वार को जाने वाले रास्तों को भी बंद कर दिया गया है ताकि श्रद्धालु परिक्रमा लगाने के बाद दोबारा प्रमुख द्वार में न पहुंच पाएं। मेला क्षेत्र का मंडलायुक्त अजय कुमार शर्मा और पुलिस उपमहानिरीक्षक ज्ञानेश्वर तिवारी व पुलिस अधीक्षक प्रताप गोपेंद्र ने निरीक्षण किया। एसपी ने बताया कि मेला में कोई परेशानी न हो इसके लिए बांदा, महोबा, हमीरपुर, प्रतापगढ़, कौशांबी, फतेहपुर, इलाहाबाद व झांसी से पुलिस फोर्स बुलाया गया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.