वन मंत्री के गनर की गोली लगने से मौत, हत्या का आरोप
बाराबंकी: वन राज्यमंत्री फरीद महफूज किदवई के गनर की रविवार को गोली लगने से मौत हो गयी। यह गोली उसके साथी कांस्टेबल की कारबाइन से चली थी। मृतक के भाई ने आरोपी सिपाही के खिलाफ रुपयों के लेनदेन में हत्या करने का आरोप लगाया है। एसपी ने आरोपी सिपाही को निलंबित कर, तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। फतेहपुर विधानसभा के विधायक व वन राज्य मंत्री फरीद महफूज किदवई रविवार दोहपर करीब दो बजे फतेहपुर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम गांगेमऊ की प्रधान माया देवी के पति ललित कुमार के घर चुनावी प्रचार- प्रसार के संबंध में पहुंचे थे। काफिले में शामिल लोग व पांचों गनर घर के बाहर रुक गए और मंत्री जी कुछ लोगों के साथ भीतर चले गए। सुरक्षा में तैनात पांच सुरक्षा कर्मी लक्ष्मण सिंह, भगवान सिंह, राज बक्स सिंह, अजीत सिंह और सुरेंद्र कुमार यादव वाहन के चालक सहित घर के बाहर बैठे थे। तभी अजीत सिंह की कारबाइन से चली गोली बगल में बैठे सुरेंद्र कुमार यादव की जांघ में जा लगी। मंत्री जी आनन-फानन में उसे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे जहां चिकित्सक शशांक ने परीक्षण के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। लखनऊ के गुडंबा थाना क्षेत्र अतंर्गत ग्राम बहादुरपुर निवासी सुरेंद्र यादव 2011 बैच का सिपाही था और रामनगर थाने में गत दो वर्षो मंत्री जी की सुरक्षा में तैनात था। सूचना पर एसपी अब्दुल हमीद सहित समस्त पुलिस अधिकारी पहुंचकर मंत्री जी से मिले। फरीद महफूज किदवई ने बताया कि पहले उन्हें लगा की पटाखा दगा है। रविवार रात पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया। मृतक के भाई दिनेश यादव ने आरोपी अजीत सिंह के खिलाफ हत्या की तहरीर दी हैं। दिनेश ने तहरीर में अजीत द्वारा उसके भाई सुरेंद्र से लिए गए डेढ़ लाख रुपये उधार बार-बार मांगने पर रंजिशन अजीत ने सुरेंद्र की हत्या करने का आरोप लगाया है। एसपी ने बताया कि आरोपी सिपाही को निलंबित कर दिया गया है। वादी द्वारा दी गई तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने का आदेश दे दिया गया है।