आधार कार्ड की सिक्योरिटी को लेकर UIDAI का दावा, डाटा को नहीं पहुंचेगा कोई नुकसान
आधार कार्ड के डाटा की सुरक्षा को लेकर UIDAI ने चिंता न करने की सलाह दी है। साथ ही कहा है कि लोगों का डाटा बिल्कुल सुरक्षित है
नई दिल्ली (जेएनएन)। आधार कार्ड की सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। इसी बीच भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) के अध्यक्ष जे.सत्यनारायण ने कहा, “सुरक्षा और निजता को लेकर चिंता करने की कोई बात नहीं है, क्योंकि इसे ध्यान में रखते हुए इसे बनाया गया है।” सत्यनारायण ने दावा किया है कि लोगों की सुरक्षा के साथ किसी तरह की लापरवाही नहीं बरती जा रही है। साथ ही यह भी कहा, “इस देश के नागरिकों को इस बारे में चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। इसका कितने अच्छे तरीके से और कितना लाभ उठाया जाए तथा इसे और अधिक दक्ष तथा उत्पादक बनाना हमारा लक्ष्य होना चाहिए।”
आपको बता दें कि सत्यनारायण ने यह बयान रिपोर्ट सेंटर फॉर इंटरनेट एंड सोसायटी (सीआईएस) द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के बाद सामने आई है। इस रिपोर्ट में आधार कार्ड की सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए गए थे। इसमें कहा गया था कि 13.5 करोड़ भारतीयों की आधार संख्या और व्यक्ति सूचनाएं आधिकारिक पोर्टल से लीक हो सकती हैं। इसपर सत्यनारायण ने यह भी साफ कर दिया है कि देश की आबादी 128 करोड़ है। इसमें से करीब 115 करोड़ लोगों को आधार कार्ड दिए जा चुके हैं।
UIDAI ने किया दावा, डाटाबेस सुरक्षित:
इससे पहले जब पूरी दुनिया पर रैनसमवेयर वायरस का खतरा मंडरा रहा था, इस समय आधार कार्ड के डाटा चोरी होने को लेकर भी कई खबरें आ रही थी। इस दौरान यह कहा जा रहा था कि भारत में आधार कार्ड एक ऐसा माध्यम है जिसका डाटा चोरी होने पर यूजर्स को बड़ा नुकसान हो सकता है। जिसके बाद भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण UIDAI ने यह साफ किया था की उनका डाटाबेस पूरी तरह से सुरक्षित है। और किसी भी तरह के मैलवेयर से बचने के लिए भी तैयार है।
क्या कहा UIDAI के चेयरमैन ने?
UIDAI के चेयरमैन जे सत्यनारायण ने कहा- आधार के सर्वर का डाटा एन्क्रिप्टेड फॉर्म में है। उस जानकारी से साथ कुछ भी नहीं किया जा सकता। आधार का मुख्य सिस्टम बेहद अच्छे तरीके से डिजाइन किया गया है, जिससे आधार में सुरक्षा को लेकर हमें कोई चिंता नहीं है।
114 करोड़ भारतियों का डाटा है UIDAI के पास?
आज के समय में UIDAI के पास तकरीबन 114 करोड़ भारतीयों का डाटा मौजूद है, जिसे बेंगलुरु और मानेसर में 6000 सर्वर्स में सुरक्षित रखा जाता है। जे सत्यनारायण ने एक इवेंट में कहा- 48 घंटे पहले ही जब पूरी दुनिया में रैनसमवेयर का डर फैलना शुरू हुआ था। तब आधार कार्ड से सम्बंधित लोग आराम से सो रहे थे। क्योंकि उन्हें पता था की उनकी जानकारी सुरक्षित है। क्योंकि उन्हें 100 प्रतिशत पता था की आधार कार्ड से किसी भी तरह की जानकारी चोरी नहीं होगी।
आधार को स्थापित करने में लगे 7000 करोड़ रुपये:
सत्यनारायण ने आगे कहा- भारतीय सरकार ने आधार को स्थापित करने में 7000 करोड़ रुपये लगाए हैं। इसी के साथ सरकारी स्कीम्स में फेक उपयोगकर्ताओं को ढूंढ निकालकर 50,000 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया है। हम प्रति दिन 10 करोड़ की ट्रांसक्शन्स के लिए तैयार हैं। और यह आंकड़ा 40 करोड़ रुपये प्रति दिन तक बढ़ रहा है। हमारे सर्वर्स इतना लोड लेने के लिए तैयार है।
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