Move to Jagran APP

आर्थिक समृद्धि के प्रतीक लाफिंग बुद्धा को घर में रखा है तो ऐसा बिल्‍कुल ना करें

लाफिंग बुद्धा की मूर्ति सुख, संपदा एवं प्रगति का प्रतीक माना जाता है। घर में इसके होने से संपन्नता, सफलता आती है।

By Preeti jhaEdited By: Published: Sat, 24 Dec 2016 12:58 PM (IST)Updated: Mon, 26 Dec 2016 10:51 AM (IST)
आर्थिक समृद्धि के प्रतीक लाफिंग बुद्धा को घर में रखा है तो ऐसा बिल्‍कुल ना करें
इसी तरह लाफिंग बुद्धा के भी कई रूप हैं।

फेंगशुई में अनेक प्रकार की वस्तुएं उपलब्ध है, जिसका हम प्रयोग करके अपने घर,किसी भी भवन या व्यवसायिक स्थल में उत्पन्न हो रहे वास्तु दोष से छुटकारा पा सकने में सक्षम हो जाते है। आज हम लाफिंग बुद्धा के विषय में जानेंगे कि किस प्रकार से उसका उपयोग हमारें लिए उपयोगी सिद्ध होगा। लाफिंग बुद्धा की मूर्ति सुख, संपदा एवं प्रगति का प्रतीक माना जाता है। घर में इसके होने से संपन्नता, सफलता आती है।

loksabha election banner

लाफिंग बुद्धा के बारे में बहुत सारी बातें प्रचलित हैं। आप उदास रहते हैं, आर्थिक बोझ तले दबे हुए हैं, घर में उदासी जैसी स्थिति बनी रहती है, तो लाफिंग बुद्धा को अपने घर लाकर इन समस्याओं का समाधान पा सकते हैं।

लाफिंग बुद्धा की मूर्ति मकान, व्यापार स्थल, लॉबी या फिर बैठक कक्ष में होनी चाहिए। लेकिन ध्यान रहे, यह जमीन से ढाई फीट ऊपर एवं मुख्य दरवाजे के सामने होनी चाहिए। मूर्ति का मुख हमेशा प्रवेश द्वार की ओर होनी चाहिए। इससे मूर्ति अधिक क्रियाशील रहती है। लोगों के मन में यह भ्रांति होती है कि यह गिफ्ट दिये जाने पर ही कारगर होता है, सर्वथा गलत है।

यह मूर्ति स्वयं भी खरीद कर रखी जा सकती है। लाफिंग बुद्धा के लिये एक बात जो ध्यान रखने योग्य है, वह यह कि इसे कभी भी धातु, चीनी मिट्टी अथवा प्लास्टर ऑफ पेरिस का बना नहीं होना चाहिए। जब भी इसे खरीदे तो वह सिरामिक का बना होना चाहिए।

संपन्नता, सफलता और आर्थिक समृद्धि के प्रतीक लाफिंग बुद्धा हमें अक्सर दिख जाते हैं। कभी किसी के घर में, तो कभी गिफ्ट की दुकान पर। बुद्धा के हंसते हुए चेहरे को खुशहाली और संपन्नता का द्वार समझा जाता है। चीन में संपत्ति के देवता माने जाने वाले लाफिंग बुद्धा की पूजा-आराधना की जाती है। घर में इनकी स्थापना से धन-दौलत का आगमन निश्चित मान लिया जाता है। इनका मोटा पेट संपन्नता का प्रतीक है। इनके पेट को छूने की परंपरा है। चीन में लाफिंग बुद्धा को धन-वैभव-संपन्नता, सफलता और सुख-शांति का देवता मानते हैं।

घर में इसे मुख्य द्वार के सामने स्थापित करने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। आगंतुकों पर भी इसका प्रभाव पड़ता है। इसकी अलग-अलग मुद्राएं होती हैं, जिनका फल भी अलग-अलग बताया गया है। चीनी मान्यतानुसार इसे बैडरूम में नहीं रखें। इसकी पूजा करना भी वर्जित है। इसे सजाकर रखें।

हमारे यहां भगवान के कई अवतार हैं। हम भगवान को कई रूपों में मानते हैं। इसी तरह लाफिंग बुद्धा के भी कई रूप हैं। इनमें खासकर धन की पोटली लिए हुए, दोनों हाथों में कमंडल लिए हुए, वुलु (एक प्रकार का फल) लिए हुए, ड्रैगन के साथ बैठे हुए, कमंडल में बैठे हुए और कई बच्चों के साथ बैठे हुए बुद्धा प्रमुख हैं।

लाफिंग बुद्धा भी कई प्रकार की आकृतियों में प्राप्त होते है, जैसे..हंसता हुआ लाफिंग बुद्धा, थैला लिए हुआ लाफिंग बुद्धा, धातु का बना हुआ लाफिंग बुद्धा और फुक-लुक-साउ आदि बहुत से लाफिंग बुद्धा हमारे सामने आते है। इन सबका फल अलग-अलग हमें मिलता है। इनके फल की जानकारी न होने की वजह से व्यक्ति इसका उचित लाभ लेने से वंचित हो जाते है।

हंसता हुआ लाफिंग बुद्धा :-

लाफिंग बुद्धा को भवन में मुख्य द्वार के अंदर इस प्रकार रखा जाता है मुख्य द्वार से प्रवेश करने वाले व्यक्ति को प्रवेश करते ही यह दिखाई पड़े तथा ऐसा प्रतीत हो मानो कि बुद्धा हंस कर स्वागत कर रहा हो। लाफिंग बुद्धा को ढाई से तीन फुट की ऊंचाई पर किसी मेज या स्टूल पर रखना चाहिए। यदि मुख्य द्वार से प्रवेश करने पर सामने ही कोई कोना हो, तो लाफिंग बुद्धा को रखना अधिक अनुकूल होगा। लाफिंग बुद्धा को इस प्रकार नहीं रखे, कि द्वार से प्रवेश करने वाला व्यक्ति उससे टकरा सके। घर में प्रसन्नता और समृद्धि की वृद्धि के लिए हंसती हुई बुद्ध प्रतिमा को घर में प्रवेश करने वाले व्यक्ति कि ओर रखें।शयनकक्ष में, भोजन कक्ष में(रसोईघर), या अन्य कमरों में हंसता हुआ बुद्धा नहीं रखना चाहिए। यह प्रतिमा मुख्य द्वार से प्रवेश करने वाले व्यक्ति की ऊर्जा में अभी वृद्धि करती है। और यह ऊर्जा क्रियाशील हो कर घर में प्रसन्नता और उत्साह का वातावरण उत्पन्न करती है। जिसके फलस्वरूप समृद्धि बढती है।

लाफिंग बुद्धा में कुछ मूर्तियां इस प्रकार से बनती है जिनमे दोनों हाथ ऊपर की और उठे होते है। इस प्रकार की मूर्ती रखने के लिए लकड़ी या धातु की बनी तीन फुट ऊंची मेज का प्रयोग करे तो लाभ होगा।जिन व्यक्तियों के घर, ऑफिस या भवन में झगड़ा ज्यादा होता है या घर में हमेशा क्लेश की स्थिति रहती है, वह इस ऊँचे हाथ किये हुए बुद्धा की मूर्ति कभी ना रखे। इनके लिए और सभी के लिए केवल बैठी हुई लाफिंग बुद्धा की मूर्ति ही लाभदायक सिद्ध होती है। यदि किसी घर या भवन में ऐसी हाथ ऊँची मूर्ति हो तो उसे तत्काल ही निकाल देनी चाहिए क्योंकि इससे परिवार में क्लेश और बटवारा होने की स्थिति बन जाती है।

लाफिंग बुद्धा (थैला लिए):-

लाफिंग बुद्धा जिसकी पीठ पर थैला हो और हंसता हुआ ऐसा बुद्धा भी आपको मिलता है। तो इस थैले वाले लाफिंग बुद्धा को ध्यान से देखें कि थैला खाली तो नहीं ? अर्थात उसमे जो सामान भरा है वह थैले के ऊपर तक दिखना चाहिए। पीठ पर थैला रखे हुए बुद्धा की ऐसी प्रतिमा को मुख्य द्वार की ओर मुंह किये हुए इस प्रकार रखा जाए तो वहां अर्थ चक्र सुचारू रूप से चलता है। अर्थात आमदनी का मार्ग खुलता है। इस लिए इसे दुुकान अथवा शोरूमो में रखा जाए तो बिक्री बढने लगती है और धन की वृद्धि होती है।

धातु का बना लाफिंग बुद्धा:-

सामान्यतः बुद्धा की प्रतिमा विशेष प्रकार की मिट्टी से बनी होती है। इसके साथ साथ धातु की बनी हुई बुद्धा की प्रतिमाएं भी प्रयोग में आती है।जिन व्यक्तिओं में निर्णय शक्ति की कमी हो, जिनकी उदारता एवं भावुकता का लाभ अन्य व्यक्ति उठाते हो, उन्हें धातु की बनी हँसती हुई बुद्धा की प्रतिमा का प्रयोग करना चाहिए। इस बुद्धा की प्रतिमा को हमेशा ऊंचाई पर रखना चाहिए, और इसके साथ किसी भी वास्तु या अन्य मूर्ति को नहीं रखना चाहिए। खंडित, गन्दी, धुल-मिट्टी से युक्त प्रतिमा को नहीं रखना चाहिए हमेशा इसकी सफाई पर ध्यान दें। किसी भी प्रकार की बुद्धा प्रतिमा की पूजा नहीं होती है। इसका प्रयोग केवल मंगल प्रतीक के रूप में किया जाता है। धातु की प्रतिमा को घर या ऑफिस में रखने से निर्णय लेने की क्षमता में वृद्धि होती है। तथा इससे आत्म विशवास भी बडता है।

पति-पत्नी के इस दिन बनाए गए संबंध से किन्नर की उत्पत्ति हो सकती है


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.