रघुनाथ को चुराने वाले चोर ने रस्सियों से ही तैयार की थी सीढ़ी
रघुनाथ मंदिर में सेंध लगाने वाले पेशेवर चोर हैं। वारदात को अंजाम देने के लिए जिस तकनीक का इस्तेमाल किया गया वह कोई आम या छोटा-मोटा अपराधी नहीं कर सकता। चोरों ने मंदिर की छत तक चढऩे के लिए तथा छत पर चढऩे के बाद रघुनाथ जी के कक्ष तक
कुल्लू। रघुनाथ मंदिर में सेंध लगाने वाले पेशेवर चोर हैं। वारदात को अंजाम देने के लिए जिस तकनीक का इस्तेमाल किया गया वह कोई आम या छोटा-मोटा अपराधी नहीं कर सकता। चोरों ने मंदिर की छत तक चढऩे के लिए तथा छत पर चढऩे के बाद रघुनाथ जी के कक्ष तक उतरने के लिए रस्सियों से ही सीढ़ी तैयार की है।
यह तकनीक वारदात के दौरान ऊपर चढऩे व उतरने में आसानी के लिए अपनाई गई। पुलिस का कहना है कि ऐसा चोरों ने इसलिए किया होगा क्योंकि इससे चारों की अंगुलियों व अंगूठे को इस्तेमाल में लाया जा सकता है। अकेली रस्सी के सहारे ऊपर चढऩे और उतरने में मुश्किल होती है।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक कानून-व्यवस्था संजय कुंडू ने कहा कि मौके पर दो रस्सियां बरामद हुई हैं। पहली रस्सी 12 फुट छह इंच लंबी है तथा उसमें चोरों ने पांच गांठें लगाई थी। दूसरी रस्सी 22 फुट लंबी है तथा इसमें 13 गांठें लगाई हुई हैं।