चारधाम यात्रा सुचारू हेमकुंड को लेकर भी उत्साह
उत्तराखंड में पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश के बाद अस्त-व्यस्त जनजीवन ने सोमवार को मेघों की रफ्तार थमने पर सुकून की सांस ली। साथ ही चारधाम समेत हेमकुंड यात्र भी सुचारू रही। गंगोत्री राजमार्ग गंगनानी के पास तीन घंटे जरूर बाधित रहा, लेकिन इसे जल्द ही खोल
देहरादून । उत्तराखंड में पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश के बाद अस्त-व्यस्त जनजीवन ने सोमवार को मेघों की रफ्तार थमने पर सुकून की सांस ली। साथ ही चारधाम समेत हेमकुंड यात्रा भी सुचारू रही। गंगोत्री राजमार्ग गंगनानी के पास तीन घंटे जरूर बाधित रहा, लेकिन इसे जल्द ही खोल दिया गया। उधर, मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अगले 24 घंटों में राज्य में अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है।
कहीं-कहीं अपेक्षाकृत भारी वर्षा की संभावना भी है। सूबे में पिछले तीन दिन से बरस रहे बदरा मुसीबत का सबब बने हुए थे। कहीं भूस्खलन से संपर्क मार्ग बंद थे तो कहीं नदी-नालों का रौद्र रूप सांसें अटका रहा था। साथ ही चारधाम यात्रा पर भी प्रभावित हो रही थी। इस बीच सोमवार को मेघों की रफ्तार थमी और आंशिक रूप से बादलों की मौजूदगी के बीच निखर आई धूप। यही वजह रही कि बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री यात्रा सुचारू रही।
केदारनाथ में 360 यात्रियों ने बाबा केदार के दर्शन किए। वहां के लिए हेलीकॉप्टर सेवा भी सुचारू रही। हेमकुंड के लिए भी करीब 200 यात्रियों का जत्था गोविंदघाट से रवाना हुआ। गंगोत्री यात्रा में में सुबह गंगनानी के पास मलबा आने से राजमार्ग बाधित होने से थोड़ी दिक्कत रही, लेकिन जल्द ही मार्ग खोल दिया गया। वहीं, देहरादून समेत मैदानी इलाकों में कहीं- कहीं दोपहर बाद जोरदार बौछारें जरूर पड़ीं। आसमान में बादल अभी बने हुए हैं और मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में इनके बरसने की संभावना भी जताई है।बौछारें जरूर पड़ीं। आसमान में बादल अभी बने हुए हैं और मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में इनके बरसने की संभावना भी जताई है।