बदरीनाथ धाम के कपाट 27 नवंबर को होंगे बंद
बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए 27 नवंबर को बंद होंगे। पंचांग गणना के बाद कपाटबंदी का मुहूर्त तीसरे पहर 3:35 बजे निकला है। अन्य तीन धामों के कपाटबंदी की तिथि पूर्व में घोषित की जा चुकी है। गंगोत्री के कपाट 24 अक्टूबर और केदारनाथ व यमुनोत्री धाम के कपाट 25 अक्टूबर को बंद होंगे। शुक्रवार को विजयादश्
गोपेश्वर (चमोली)। बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए 27 नवंबर को बंद होंगे। पंचांग गणना के बाद कपाटबंदी का मुहूर्त तीसरे पहर 3:35 बजे निकला है। अन्य तीन धामों के कपाटबंदी की तिथि पूर्व में घोषित की जा चुकी है। गंगोत्री के कपाट 24 अक्टूबर और केदारनाथ व यमुनोत्री धाम के कपाट 25 अक्टूबर को बंद होंगे।
शुक्रवार को विजयादशमी के दिन बदरीनाथ के रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी की अध्यक्षता में मंदिर परिक्रमा परिसर में धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल, वेदपाठी कुशलानंद बहुगुणा, सत्य प्रसाद चमोला और राधाकृष्ण थपलियाल ने ग्रह-नक्षत्रों की गणना के बाद कपाट बंद करने की तिथि निकाली। इसके तहत 27 नवंबर को बदरीनाथ धाम के कपाट बंद कर दिए जाएंगे। इस मौके पर मुख्य कार्याधिकारी बीडी सिंह व मंदिर समिति की उपाध्यक्ष मधु भट्ट भी शामिल थी। उत्तराखंड के अन्य तीन धामों केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री की कापटबंदी की तिथि पहले घोषित की जा चुकी है। इसके तहत गंगोत्री के कपाट 24 अक्टूबर और केदारनाथ व यमुनोत्री धाम के कपाट 25 अक्टूबर को बंद होंगे।
उधर, रुद्रप्रयाग में शुक्रवार को विजयदशमी पर्व के अवसर पर ऊखीमठ स्थित ओंकारेश्वर मंदिर में वेदपाठियों, आचार्यो व हक हकूकधारियों की बैठक हुई, जिसमें पंचांग गणना के बाद 21 नवंबर को द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर मंदिर के कपाट शीतकाल के लिए बंद होने की तिथि निर्धारित की गई। मक्कूमठ स्थित मार्केण्डय मंदिर में आयोजित बैठक में पंचाग गणना के अनुसार आगामी 30 अक्टूबर को तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ के कपाट बंद होने की तिथि घोषित की गई। इस अवसर केदारनाथ धाम के पुजारी राजशेखर लिंग व शंकर लिंग भी मौजूद रहे।
कपाट बंद होने की तिथियां
गंगोत्री- 24 अक्टूबर
यमुनोत्री- 25 अक्टूबर
केदारनाथ- 25 अक्टूबर
तुंगनाथ(तृतीय केदार)- 30 अक्टूबर
मद्महेश्वर(द्वितीय केदार)- 21 नवंबर
बदरीनाथ धाम- 27 नवंबर