विधानसभा चुनाव अभी दूर,लेकिन मुख्यमंत्री पद को लेकर कांग्रेस में सिर फुटव्वल
नेताओं के इन बयानों से साफ नजर आ रहा है कि कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवारी को लेकर राजनीति किस स्थति तक पहुंच गई ।
जयपुर, [नरेन्द्र शर्मा ]। राजस्थान विधानसभा के चुनाव अभी 15 माह बाद होने है, लेकिन कांग्रेस के नेताओं में मुख्यमंत्री पद की उममीदवारी को लेकर अभी से सिर फुटव्वल के हालात बन गए है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत,कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव डॉ.सी.पी.जोशी और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट के समर्थक कांग्रेसी नेता अपने-अपने आका को मुख्यमंत्री पद का योग्य उम्मीदवार बताकर चुनाव से पूर्व सीएम पद के लिए नाम घोषित करने की वकालात करने लगे हैं।
हालात यह हो गए कि वरिष्ठ विधायक विश्वेन्द्र सिंह के बयान से शुरू हुआ विवाद अब जुबानी जंग में बदल गया। विश्वेन्द्र सिंह ने सबसे पहले पार्टी में मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने की मांग उठाई । इस पर कांग्रेस नेता एवं पूर्व सांसद डॉ.हरि सिंह ने ने सवाल उठाए और कहा कि कांग्रेस जीतती है तो सचिन पायलट ही स्वभाविक रूप से मुख्यमंत्री होंगे,क्योंकि वे प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष है ।
डॉ.हरिसिंह ने कहा कि पायलट के अलावा किसी को गलतफहमी है तो निकाल देनी चाहिए । वहीं विश्वेन्द्र सिंह ने कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव डॉ.सी.पी.जोशी और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भी मुख्यमंत्री पद के लिए उपयुक्त उम्मीदवार बताते हुए कहा कि ये दोनों पायलट से वरिष्ठ है । विधायक गिरिराज सिंह मलिंगा ने विश्वेन्द्र सिंह की बात का समर्थन किया । इस बीच पूर्व केन्द्रीय मंत्री लालचन्द्र कटारिया खुलकर विश्वेन्द्र सिंह के समर्थन में उतरे और कहा कि राजस्थान में भ्रम की स्थति है। मुख्यमंत्री पद के लिए चेहरा घोषित करके ही पार्टी को चुनाव लड़ना चाहिए ।जोशी के निकट माने जाने वाले कटारिया ने बुधवार को दैनिक जागरण से बातचीत में कहा कि पार्टी को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करना चाहिए । उन्होंने कहा कि विश्वेन्द्र सिंह सही कह रहे है,पार्टी ने हिमाचल और पंजाब में मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित किया है तो राजस्थान में भी करना चाहिए ।
नेताओं के इन बयानों से साफ नजर आ रहा है कि कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवारी को लेकर राजनीति किस स्थति तक पहुंच गई । गहलोत और पायलट के खेमें जोर अजमाइश में लगे हैं । पायलट खेमा पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते स्वभाविक रूप से उम्मीदवार बता रहा है,वहीं अशोक गहलोत खेमा उन्हे कार्यकर्ताओं और आम लोगों में लोकप्रिय बता रहा है । इधर सी.पी.जोशी समर्थक भी उन्हे मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कराने को लेकर लॉबिंग में जुटे हैं । विश्वेन्द्र और हरिसिंह ने तो जुबानी जंग में एक-दूसरे के खिलाफ कई टिप्पणी भी कर दी ।