जीएसटी से सरकारी व गैर सरकारी खरीद में बढ़ेगा प्राइज वार, गारमेंट्स-होटल होंगे महंगे
जीएसटी बिल पास होने के बाद गारमेंट्स व होटल इंडस्ट्री पर सीधा असर पड़ेगा। इससे महंगाई बढ़ेगी।
लुधियाना [मुनीश शर्मा]। वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) पर अमल के लिए संवैधानिक संशोधन बिल को पारित करने के फैसले का हर वर्ग ने स्वागत किया है। इससे कुछ वर्गों को छोड़कर हर किसी ने इस एकल टैक्स प्रणाली को लाभदायक बताया है। जीएसटी में 18 प्रतिशत टैक्स के प्रावधान से जहां एकल टैक्स प्रणाली से पंजाब उद्योग को सरकारी व गैर सरकारी खरीद में प्राइज वार के लिए कंपटीशन करने में सुविधा मिलेगी, लेकिन गारमेंट्स व होटल महंगे होंगे।
दस फीसद तक बढ़ेगा मूल्य
निटवियर क्लब के चेयरमैन विनोद थापर कहना है कि जीएसटी के आने से गारमेंट्स इंडस्ट्री को सबसे अधिक नुक्सान होगा। गारमेंट्स के दामों में दस प्रतिशत तक का इजाफा हो जाएगा। इस समय केवल वैट 6 प्रतिशत देना पड़ता है, लेकिन जीएसटी के आने से 18 प्रतिशत टैक्स देना होगा, जिससे लागत मूल्य में तीन गुना टैक्स होने से दामों में दस प्रतिशत तक की बढ़ोतरी करनी होगी। इसके साथ ही इस सेक्टर में अधिकतर काम असंगठित है। इसे संगठित कर ही इस प्रणाली को बेहतर बनाया जा सकता है।
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सरकारी टेंडरों में बढ़ेगा हाथ
फास्टनर मैन्यूफैक्चनर्स एसोसिएशन के प्रधान नरिंदर भमरा का कहना है कि विभिन्न प्रदेशों की अलग-अलग टैक्स प्रणाली के चलते पंजाब के उद्योगों को टैक्स अधिक होने के चलते बिक्री के लिए दामों का कंपटीशन करना बेहद मुश्किल था। अब एकल टैक्स प्रणाली से हम सभी सरकारी टेंडरों का हिस्सा बन पाएंगे। सरकार को इस बात को सुनिश्चित करना चाहिए कि अफसरशाही हावी न हो और जीएसटी के लिए हर किसी को ओरिएंटेशन दी जाए, ताकि उद्योगपति इससे पूर्ण रूप से वाकिफ हो सकें। इसके साथ ही ट्रेनिंग पीरियड में सजा का प्रावधान न हो।
पढ़ें : बाबा भीमराव अंबेडकर की मूर्ति तोड़ गंदे नाले में फेंकी, तनावपंजाब इंडस्ट्री को होगा लाभ यूनाइटेड साइकिल एंड पार्टस मैन्यू एसोसिएशन के चरणजीत सिंह विश्वकर्मा का कहना है कि जीएसटी का लाभ पंजाब के साइकिल उद्योग को होगा। पंजाब की इंडस्ट्री इस समय सेंट्रल और स्टेट टैक्स के चलते दूसरे राज्यों से मुकाबला करने में भी सक्षम नहीं थी। लेकिन अब एक तरह की टैक्स प्रणाली का लाभ यहां की इंडस्ट्री को होगा। साइकिल आम आदमी की सवारी है और यह प्रदूषण कम करने में भी सहायक है, इसके लिए सरकार को साइकिल के लिए बेहतरीन इंसेटिव देने चाहिए। पढ़ें : सगी बेटी को शहर ले जाकर उससे कर ली शादी, भांडा फूटा तो हुआ ये भारतीय अर्थव्यवस्था और निर्यात को मिलेगा लाभ : रल्हन फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट आर्गनाइजेशन के एससी रलहन का कहना है कि जीएसटी बिल पारित करना स्वागत योग्य कदम है। जीएसटी देश में कर सुधार की दिशा में अब तक का सबसे बड़ा क्रांतिकारी कदम है। जीएसटी से सिर्फ जीडीपी में ही बढ़ोतरी नहीं होगी, बल्कि यह करों में कमी लाएगा और इससे मांग निकलेगी और मैन्यूफैक्चरिंग को प्रोत्साहन मिलेगा। जीएसटी बिल व इससे जुड़े अन्य बिलों को जल्द ही पारित कर दिया जाएगा और उन्होंने उम्मीद जताई कि अप्रैल 2017 से जीएसटी को लागू कर दिया जाएगा। ड्राफ्ट जीएसटी के प्रस्तावित कानून में निर्यात क्षेत्र को लेकर कुछ चिंताएं हैं। निर्यात किए जाने वाले अंतिम उत्पाद पर मिलने वाली छूट को जारी रखा जाए नहीं तो इससे कार्यशील पूंजी की समस्या खड़ी हो जाएगी खासकर एमएसएमई क्षेत्र में। पढ़ें : अाखिर कहां गया एथलीट धर्मबीर, कोच को भी नहीं मिल रहा उसका अता-पता होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन पंजाब के महासचिव अमरवीर सिंह की माने तो जीएसटी के आने से होटल एवं रेस्टोरेंट उद्योग में महंगाई बढ़ेगी। बजट वाले होटल में पहले जहां टैक्स बेहद कम था, अब 18 प्रतिशत टैक्स लगने से बजट होटल के कमरे भी महंगे हो जाएंगे। इसके साथ ही रेस्टोरेंट में अब खाने पर भी अधिक टैक्स लगेगा। भले ही थ्री स्टार से ऊर वाले होटलों को ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा, लेकिन बजट होटल महंगे हो जाएंगे। इसके साथ ही अगर पंजाब में जीएसटी के बाद लग्जरी टैक्स आठ प्रतिशत अलग से लिया जाता है तो इसका भारी नुकसान होगा। पढ़ें : 11 दिन से पति के घर के बाहर भूखी-प्यासी बैठी है युवती, पढ़ें क्या है माजरा
होटल और खाना हो जाएगा महंगा