परगट को सिद्धू की दोस्ती पड़ सकती है भारी, कैप्टन वाले बयान समय दिया था ऐसा रिएक्शन
भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान और कांग्रेस विधायक परगट सिंह को नवजोत सिद्धू से दोस्ती भारी पड़ सकती है। सिद्धू के कैप्टन पर बयान के दौरान मौजूद परगट ने ठहाके लगाए थे।
जालंधर, [मनोज त्रिपाठी]। कांग्रेस विधायक व पूर्व हॉकी कप्तान परगट सिंह को कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के साथ दोस्ती भारी पड़ सकती है। सिद्धू ने जब मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के बारे में बयान दिया था तो परगट सिंह वहां मौजूद थे। विरोधियों का कहना है कि सिद्धू के बयान पर परगट ने ठहाके लगाए। ऐसे में यह मामला गर्माने के बाद परगट सिंह पर भी बुरे फंसते दिख रहे हैं।
विधायक परगट की शिकायत करेंगे कांग्रेस नेता, चुनाव से पहले भी सिद्धू के सुर में सुर मिलाया था
सिद्धू ने हैदराबाद में कैप्टन के बारे में बयान दिया था तो परगट सिंह उनकी बगल में मौजूद थे। सिद्धू ने जब कैप्टन को लेकर विवादित टिप्पणी की तो परगट ठहाके लगा रहे थे। यह बात अन्य कांग्रेस नेताओं को नागवार गुजरी है। अब कांग्रेस नेता सिद्धू का समर्थन करने के मामले में परगट की शिकायत करने की तैयारी में है। खास तौर पर परगट के विरोधी खेमे के जालंधर के कांग्रेसियों ने इस मामले में लामबंदी शुरू कर दी है। जिस प्रकार सिद्धू के खिलाफ पूरे पंजाब में कैप्टन विवाद गरमाने के बाद बोर्ड लगने लगे हैं, उसी प्रकार एक दो दिन में परगट के इस्तीफे की मांग को लेकर भी बोर्ड लगाने की तैयारी कुछ कांग्रेसियों ने शुरू कर दी है।
श्री करतारपुर साहिब कॉरिडोर की राजनीति में बीते तीन माह से उलझे नवजोत सिंह सिद्धू कैप्टन के बारे में बयान से बुरी तरह घिर रहे हैं। कॉरिडोर का श्रेय खुद लेने की कोश्ािश में सिद्धू अपने विरोधियों के निशाने पर हैं। पहले दौरे में पाक सेना प्रमुख को जफ्फी डालकर विवाद में उलझे सिद्धू ने इस बार मुख्यमंत्री के मना करने के बाद भी पाक जाकर नई मुसीबत मोल ले ली है।
पाकिस्तान से लौटने के बाद तेलंगाना चुनाव प्रचार में गए सिद्धू ने वहां प्रेस कांफ्रेंस में मुख्यमंत्री को अपना कैप्टन मानने से ही इन्कार कर दिया। उन्होंने अपने बेबाक स्टाइल में राहुल गांधी को अपना कैप्टन बताया। सिद्धू की प्रेस कांफ्रेंस का वीडियो वायरल होने के बाद सिद्धू के साथ-साथ परगट भी निशाने पर आ गए हैं। वीडियो में परगट सिंह साफ तौर पर सिद्धू की जुमलेबाजी पर हंस रहे हैं और एक बार उन्होंने सिद्धू की तरफ मुंह करके ठहाका भी लगाया। यह ठहाका अब परगट को भारी पड़ सकता है।
विधानसभा चुनाव से पहले अकाली दल का दामन छोड़कर आम आदमी पार्टी का दामन थामने को लेकर सिद्धू और परगट के सुर में सुर मिले थे। आम आदमी पार्टी में अरविंद केजरीवाल के साथ न बनने के बाद सिद्धू ने राहुल गांधी के सहारे कांग्रेस का दामन थाम लिया। इसी दौरान परगट सिंह भी कांग्रेस में शामिल हुए।
सिद्धू की सियासी फील्डिंग के चलते कैप्टन के करीबी जगबीर सिंह बराड़ की बजाय जालंधर कैंट से परगट को कांग्रेस ने चुनावी मैदान में उतारा। परगट चुनाव जीत भी गए और उसके बाद खेल मंत्री बनने का सपना देखने लगे। कई बार इस बाबत सिद्धू ने भी राहुल गांधी तक उनकी मजबूत पैरवी की, लेकिन कैप्टन ने उनकी नहीं चलने दी। सिद्धू के कैप्टन वाले बयान को लेकर परगट सिंह अपने ठहाके के बारे में अपना पक्ष देने के लिए फोन पर संपर्क के बाद भी उपलब्ध नहीं हुए।
परगट से इस्तीफे की मांग कर सकते हैं कांग्रेसी मंत्री
जालंधर में परगट के विरोधी कांग्रेसियों ने पंजाब भर के नेताओं के साथ इस वीडियो को शेयर करना शुरू कर दिया है। देर शाम यह वीडियो मुख्यमंत्री दरबार तक भी पहुंचा दिया गया है। उम्मीद है कि जिस प्रकार कैबिनेट मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा ने बीते दिन सिद्धू से इस्तीफे की मांग की थी उसी प्रकार परगट से भी कैप्टन समर्थक इस्तीफे की मांग कर सकते हैं।
अवैध निर्माण को लेकर भी जालंधर के कांग्रेसियों के निशाने पर हैं परगट
दो माह पहले जालंधर में अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई के दौरान परगट सिंह ने सिद्धू का साथ दिया था और उन्हें अपने साथ ले जाकर कई अवैध इमारतों का दौरा करवाया था। उसके बाद परगट जालंधर में ही तमाम कांग्रेसियों के निशाने पर आ गए थे। पुराने कांग्रेसियों ने इसे परगट की कूटनीति कहा था, लेकिन खुलकर उनकी खिलाफत भी की है। अब परगट के ठहाके ने उन्हें नए सिरे से उन पर हमले का मौका दे दिया है।