पंजाब में सिख मनाएंगे काली दीवाली, फायरिंग में मरे युवकों का हुआ भोग
फरीदकोट के के काेटकपूरा के पास बहिबल में पुलिस फायरिंग में मारे गए दो युवकों का गांव बरगाडी में भोग हुआ। इसमें हजारों की संख्या में लोग उमड़े। इस मौके पर सिख संगत ने काली दीवाली मनाने सहित नौ प्रस्ताव पारित किए गए।
जागरण संवाददाता, फरीदकोट। जिले के काेटकपूरा के पास बहिबल में पुलिस फायरिंग में मारे गए दो युवकों का गांव बरगाडी में भोग हुआ। इसमें हजारों की संख्या में लोग उमड़े। इस मौके पर सिख संगत ने काली दीवाली मनाने सहित नौ प्रस्ताव पारित किए गए। इसके साथ ही ऐलान किया गया कि शांतिपूर्ण अांदोलन चलाया जाएगा।
प्रस्ताव में कहा गया कि यदि श्री गुरुग्रंथ साहब की बेअदबी करने वाले आरोपियों को 15 नवंबर तक नहीं पकड़ा गया तो प्रदेश के मंत्रियों, विधायकों व एसजीपीसी के सदस्यों का घेराव किया जाएगा।
बरगाड़ी में युवकों के भोग में मौजूद सिख संगत।
कोटकपूरा के बहिबल में सिख प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने फायरिंग कर दी थी। गांव सरांवा के गुरजीत सिंह व गांव नियामीवाला के किशन भगवान की मौत हाे गई थी। रविवार को बरगाडी में उनका भोग हुआ। इसमें हजारों की संख्या में लेाग जुटे।
सिख संगठनों के प्रचारक व नेता प्रस्तावों पर संगत की सहमति लेते हुए।
संगत को परमजीत सरना, पूर्व जत्थेदार केवल सिंह, आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयोजक सुच्चा सिह छोटेपुर, बसपा अवतार करीमपुरी, कांग्रेस के सुखपाल खैहरि, बाबा बलजीत दादूवाल, पथपरीत खालसा, रणजीत ढंढरीया वाला के लावा कई संतों ने संबोधित किया।
उनका कहना था कि पुजिस ने शांतिपूर्ण ढ़ंग से धरन-प्रदर्शन कर रहे लोगाें पर फायरिंग कर दी। यह बेहद निंदनीय है। वक्ताओं ने फायरिंग करनेवाले पुलिसकर्मियों पर तुरंत कड़ी कार्रवाई करने की मांग की।