पंजाब आप में जारी है घमासान, डैमेज कंट्रोल में जुटे भगवंत मान
भगवंत मान को आम आदमी पार्टी की पंजाब इकाई का प्रधान बनाए जाने के बाद पार्टी में घमासान जारी है। दूसरी ओर, भगवंत मान डमैज कंट्रोल में लग गए हैं। ...और पढ़ें

जेएनएन, चंडीगढ़। आम आदमी के अंदर चल रहा घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। अलबत्ता आप के कई नेताओं ने अब पार्टी की नीतियों को लेकर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं। गुरप्रीत सिंह वडैच घुग्गी के इस्तीफे के बाद नए प्रदेश प्रधान भगवंत मान डैमेज कंट्रोल करने में जुट गए हैं। फिलहाल सुखपाल खैहरा व अमन अरोड़ा तथा नेता विपक्ष एचएस फूलका भी डैमेज कंट्रोल करते दिख रहे हैं। दूसरी आेर, बताया जाता है कि पार्टी के कई नेता घुग्गी के साथ सपंर्क साध कर उनका साथ देने का भरोसा दिला रहे हैं।
अाम आदमी पार्टी के विधायक दल के नेता एचएस फूलका ने इस बीच पार्टी के विधायकाें के टूट की चर्चा को खारिज करने की कोशिश की और अपनी ताकत दिखाई। वे आप विधायकों के साथ राज्यपाल को ज्ञापन देने पहुंचे। राजभवन से बाहर निकले फूलका ने बिना सवाल किए ही मीडिया से कहा, देख लो, एक-एक के चेहरे पहचान लो, पूरे 17 विधायक मेरे साथ हैं। बाद में न कहना कि फूलका के साथ विधायक नहीं आए, कुछ नेताओं के साथ वह राजभवन पहुंच गए थे।
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इस बाबत मीडिया के सवाल किए बिना ही फूलका की तरफ से आए बयान ने पार्टी में नई बहस छेड़ दी है कि आखिर फूलका ने यह कहकर मान पर निशाना साधा है या किसी और नेता पर। उन्होंने बाकायदा सफाई भी दी कि न आने वाले तीन विधायकों में एक दिल्ली में किसी काम से गए हुए हैं, और एक विदेश दौरे पर हैं। एक निजी कारणों के चलते नहीं आ सके, बाकी बचे 17, वो मेरे साथ खड़े हैं।
विधानसभा में आप विधायक दल का नेता बनने के बाद पहली बार फूलका के साथ 17 विधायक किसी मंच पर दिखाई दिए। जिस समय फूलका राजभवन के बाहर विधायकों के साथ मीडिया से बातचीत कर रहे थे उसी समय आप विधायक सुखपाल खैहरा जालंधर में प्रेस कांफ्रेंस की तैयारी कर रहे थे। इस बाबत फूलका ने कहा कि मुझे जानकारी नहीं है। खैहरा का फूलका के साथ न आने के कारणों को लेकर पार्टी ने अपने स्तर से समीक्षा शुरू कर दी है कि आखिर खैहरा सूचना के बाद भी राजभवन क्यों नहीं पहुंचे।
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गुरप्रीत घुग्गी के इस्तीफे के बारे में कई बार पूछने के बाद भी फूलका कोई भी टिप्पणी करने से बचते रहे, यही बोले- मैं इस बारे में कुछ नहीं बोलूंगा, मैं जिस एजेंडे को लेकर आया हूं उसी पर बात करूंगा।
धैर्य खो बैठे अमन अरोड़ा
पार्टी के नवनियुक्त उपप्रधान अमन अरोड़ा ने कहा, घुग्गी बड़े भाई जैसे हैं। लेकिन इस बारे में कई सवाल पूछे जाने पर वह दो मिनट में ही धैर्य खो बैठे। एक सवाल के जवाब में बोले कि जब घुग्गी को कन्वीनर बनाया गया था तो पार्टी ने किसी की राय नहीं ली थी, अब जब उन्हें हटाया गया तो किसी की राय लेनी जरूरी नहीं है। मान के पास एक से ज्यादा पद को लेकर कहा कि यह पार्टी की मर्जी है। उन्होंने कहा कि पार्टी में कोई फूट नहीं है। यही राग खैहरा ने भी जालंधऱ में अलापा।
दूसरी अोर, बताया जाता है आम आदमी पार्टी के कई नेताओं ने घुग्गी के साथ संपर्क कर उनका साथ देने का वायदा किया है। देखना है कि आने वाले दो-चार दिनों में घुग्गी अपनी अगली सियासी पारी को लेकर क्या कदम उठाते हैं। उस पर आप की भी नजरें लगी हैं।
भाजपा के विधायक आप में आ जाएं : अरोड़़ा
अमन अरोड़ा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के सचिव विनीत जोशी अफवाहें फैला रहे हैं कि आप के 11 विधायक भाजपा में जा रहे हैं या उनके संपर्क में हैं। उन्होंने कहा कि विनीत जोशी का फोन उन्हें आया था उप प्रधान बनने के बाद बधाई देने के लिए। उन्होंने बधाई दी और मैंने स्वीकार की, लेकिन अब वह घटिया राजनीति कर रहे हैं। आप के विधायक तो भाजपा के संपर्क में नहीं हैं, लेकिन भाजपा के तीनों विधायक चाहें तो आप में आ सकते हैं, उनका स्वागत किया जाएगा।
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