दस हजार बच्चों ने जगाई नशे के खिलाफ अलख
नशे के लिए बदनाम हो रहे पंजाब में अब इसके खिलाफ अलख जागने का जिम्मा स्कूल व कालेज के विद्याथियों ने उठाया है। यहां खालसा कॉलेज में नशे के खिलाफ जागरूक करने के लिए दस हजार बच्चे इकट्ठा हुए। बच्चों ने नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाने की शपथ ली।
जागरण संवाददाता, अमृतसर। नशे के लिए बदनाम हो रहे पंजाब में अब इसके खिलाफ अलख जागने का जिम्मा स्कूल व कालेज के विद्याथियों ने उठाया है। यहां खालसा कॉलेज में नशे के खिलाफ जागरूक करने के लिए दस हजार बच्चे इकट्ठा हुए। इस दौरान बच्चों ने नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाने की शपथ ली।
नशा मुक्ति अभियान के तहत यह आयोजन गिनीज बुक ऑफ व वर्ल्ड रिकॉर्ड में अमृतसर का नाम दर्ज करवाने के लिए किया गया था। इसका आयोेजन जिला प्रशासन एवं गैर सामाजिक संस्थाओं द्वारा किया गया था।
कार्यक्रम में भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान बिशन सिंह बेदी व पदमश्री विक्रम जीत सिंह साहनी भी शामिल हुए। डिप्टी कमिश्नर रवि भगत ने कहा कि इस आयोजन के साथ पंजाब सरकार द्वारा प्रदेश में नशे के खिलाफ पहले से ही चलाई जा रही मुहिम को और बल मिलेगा।
बच्चों से पसे वसूलने का आरोप
आरोप लगाया जा रहा है कि कार्यक्रम में पहुंचे विद्यार्थियों से 250-250 रुपये वसूले गए। इससे विवाद भी पैदा हो गया है। का कार दूसरी तरफ जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि यह पैसा उन एजेंसियों ने वसूला है, जिनके द्वारा यह कार्यक्रम प्रायोजित किया गया था। आयोजकों ने तर्क दिया कि यह राशि विद्यार्थियों को नृत्य का प्रशिक्षण देने के लिए ली गई थी। निसंदेह, जिला प्रशासन को उम्मीद है कि गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज होगा भी, लेकिन इसके लिए भी हर छात्र को 1600 रुपये देने होंगे। ।