एसीपी आफिस में महिला से छेड़छाड़, आरोपी दोनों पुलिसकर्मी सस्पेंड
अमृतसर की एक महिला ने आराेप लगाया है कि वह पति के खिलाफ केस दर्ज करवाने पुलिस के पास पहुंची तो पुलिसकर्मियों ने उससे छेड़छाड़ की। यह शर्मनाक हरकत पुलिस लाइन में स्थित एसीपी (हेडक्वार्टर) के कार्यालय में हुई। पुलिस दोनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।
अमृतसर : यहां एक महिला ने आराेप लगाया है कि वह पति के खिलाफ केस दर्ज करवाने पुलिस के पास पहुंची तो पुलिसकर्मियों ने उससे छेड़छाड़ की। यह शर्मनाक हरकत पुलिस लाइन में स्थित एसीपी (हेडक्वार्टर) के कार्यालय में हुई। पुलिस आयुक्त ने दोनों आरोपी पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है।
न्यू अमृतसर की महिला ने कहा कि उसे बयान दर्ज करने के बहाने एसीपी कार्यालय में बुलाया गया था। वहां पर एसीपी नहीं थीं। रीडर एएसआइ जसबीर सिंह और पीसी ब्रांच के हवलदार रविंदर कुमार ने उससे छेड़छाड़ की। विरोध करने पर रविंदर वहां से चला गया, जबकि जसबीर ने माफी मांग ली।
महिला का कहना है कि इसके बाद जसबीर उसके घर आने लगा तथा उससे अश्लील हरकतें करता था। जब उसने जसबीर का फोन उठाना बंद कर दिया तो वह अश्लील एसएमएस भेजने लगा। महिला ने बताया कि उसने इस बाबत बुधवार को संगत दर्शन में मुख्यमंत्री से भी शिकायत की थी।
उसने कहा कि अमरीक सिंह ने पहली पत्नी के होते हुए धोखे से उसके साथ शादी की। बाद में उसे प्रताडि़त करने लगा। उसे चंडीगढ़ में एक घर में रखा। उसने चंडीगढ़ पुलिस में शिकायत की तो उसने शिकायत अमृतसर भेज दी। पुलिस कमिश्नर जतिंदर सिंह औलख ने शिकायत एसीपी (हेडक्वार्टर) हरकमल कौर को भेजी।
उसेन आराेप लगाया कि रीडर जसबीर सिंह ने उसके पक्ष में रिपोर्ट बनाने के लिए एक लाख रुपये मांगे। उसने 6 जुलाई को रीडर को रुपये दिए, उस समय भी रीडर ने अश्लील हरकतें कीं। यह घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई है। महिला ने कहा कि उसने उसकी रिपोर्ट पर कानूनी राय देने के लिए एक डिस्ट्रिक्ट अटार्नी ने 50 हजार रुपये की मांग की थी। उन्होंने केवल दस हजार रुपये दिए, इसलिए एसीपी की रिपोर्ट पर कानूनी राय नहीं दी गई, जिससे केस दर्ज नहीं हुआ।
महिला ने कहा कि फरियादी शाखा में तैनात हवलदार रविंदर कुमार भी रीडर से मिला हुआ है तथा उनसे रुपये मांगता था। महिला ने मांग की कि दोनों के खिलाफ केस दर्ज किया जाए। दूसरी ओर, पुलिस कमिश्नर औलख का कहना है कि उन्होंने दोनों पुलिस कर्मियों को सस्पेंड करने के बाद जांच आइपीएस अधिकारी व एसीपी वेस्ट दीपक हिलोरी को सौंपी है। जांच रिपोर्ट आने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
रीडर जसबीर सिंह का कहना है कि उस पर लगाए जा रहे आरोप झूठे हैं। वह महिला के घर गया था, मगर रुपये लेकर नहीं आया। हवलदार रविंदर कुमार का कहना है कि न तो वह महिला को जानता है और न ही कभी उससे मिला है। उस पर लगाए गए आरोप गलत हैं। उधर देर शाम थाना बी डिवीजन पुलिस ने दोनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया।