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...और गुरुघर में पंजाबण बन गई कनाडा की प्रीमियर कैथलीन

कनाडा के ओंटारियो राज्य की समलैंंगिक प्रीमियर कैथलीन वाइन ने श्री हरिमंदिर साहिब में माथा टेका। उनके दौरे को लेकर विवाद था। उनका एसजीपीसी ने स्‍वागत तो किया लेकिन उन्‍हें परंपराओं के विपरीत सिरोपा नहीं भेंट किया। खास बता है कि वह पंजाबी सूट पहने हुई थीं।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Sun, 31 Jan 2016 11:29 AM (IST)Updated: Mon, 01 Feb 2016 11:00 AM (IST)

जागरण संवाददाता, अमृतसर। कनाडा के ओंटारियो राज्य की प्रीमियर समलैंगिक कैथलीन वाइन ने यहां श्री हरिमंदिर साहिब में माथा टेका। समलैंगिक संबंधों की पक्षधर कैथलीन वाइन श्री हरिमंदिर साहिब में पंजाबण बनकर पहुंचीं। उन्होंने आसमानी रंग का पंजाबी सूट व क्रीम कलर की शॉल ओढ़ी हुई थी। दरबार साहिब में एसजीपीसी अधिकारियों ने जब स्वागत किया तो कैथलीन ने हाथ जोड़कर सत् श्री अकाल कहा।

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श्री हरिमंदिर साहिब परिसर में एसजीपीसी व स्कूली बच्चों ने कैथलीन और उनके साथ आए शिष्टमंडल का शानदार स्वागत किया। एसजीपीसी अधिकारियों ने पवित्र परिक्रमा के दर्शनों के दौरान उन्हें कड़ी सुरक्षा में रखा। एसजीपीसी की टास्क फोर्स के सैकड़ों कर्मचारियों ने मानवीय शृंखला बनाकर कैथलीन व 70 सदस्यीय शिष्टमंडल को सुरक्षा दी।

समलैंगिक संबंधों की पक्षधर कैथलीन वाइन जब श्री हरिमंदिर साहिब के मुख्य भवन में सुशोभित श्री गुरु ग्रंथ साहिब के आगे नतमस्तक होने पहुंचीं तो एसजीपीसी ने उन्हें श्री हरिमंदिर साहिब के इतिहास के बारे में जानकारी दी। उन्हें ऑपरेशन ब्लू स्टार के दौरान भारतीय सेना के हमले की भी जानकारी दी। कैथलीन ने सिख परंपराओं व मर्यादाओं के बारे में कई प्रश्न भी पूछे।

लंगर में जाकर प्रशादा तैयार किया

कैथलीन लंगर भवन भी गईं और लंगर बना रही सेवादार महिलाओं से भी बातचीत की। इस दौरान वहां लंगर बना रही महिला श्रद्धालु बेहद खुश नजर आईं। उन्हेंले श्री गुरु रामदास लंगर हाल में चल रहे लंगर का काम देखा। इस दौरान महिलाओं के बीच बैठकर प्रशादा तैयार किया। उन्हाेंने श्री हरिमंदिर साहिब में प्रसाद की देग भी चढ़ाई।

हरिमंदिर साहिब परिसर में कैथलीन वाइन।

कनाडा के ओंटारियो राज्य की प्रीमियर हैं कैथलीन, लंगर भवन भी गईं

कैथलीन शनिवार रात ही अमृतसर पहुंच गई थीं। उनके श्री हरिमंदिर साहिब पहुंचने पर एसजीपीसी के अध्यक्ष जत्थेदार अवतार सिंह मक्कड़ मौजूद नहीं थे। बताया जाता है कि वह दिल्ली गए हैं।

कैथलीन वाइन के श्री हरमंदिर साहिब परिसर में पहुंचने पर घेरा डाले सुरक्षा कर्मी।

जत्थेदार मक्कड़ ने शनिवार को ही जागरण से बातचीत में कहा था कि एसजीपीसी कैथलीन वाइन को न तो सिरोपा भेंट करेगी और न ही कोई ज्ञापन सौंपेगी। ज्ञापन सौंपने का अर्थ समलैंगिकता को मान्यता देना है। हरिमंदिर साहिब में कोई भी श्रद्धा भाव से माथा टैक सकता है।

कैथलीन वाइन ओंटारियो राज्य के उच्चस्तरीय अधिकारियों के साथ 10 दिवसीय पंजाब के दौरे पर आई हैैं। जत्थेदार मक्कड़ ने कहा है कि वह जानते हैं कि वह व्यापार को बढ़ाने के लिए पंजाब आ रही हैं। उन्हें सिरोपा देना या न देना सिखों का धार्मिक मामला है। श्री अकाल तख्त साहिब ने समलैंगिकता के विरुद्ध जो आदेश जारी किया है, एसजीपीसी उस पर सख्ती से पहरा देगी। पूरे विश्व को जानकारी है कि कैथलीन समलैंगिक हैं।

लंगर भवन में महिला सेवादारों के साथ कैथलीन।

मक्कड़ ने कहा कि सिखों की सर्वोच्च धार्मिक संस्था श्री अकाल तख्त साहिब ने समान 'सेक्स' मैरिज के विरोध में आदेश जारी किए हुए हैं। गुरमत में समलैंगिकता का कोई स्थान नहीं है। सिखों के सर्वोच्च धार्मिक नेताओं ने विश्व भर के गुरुद्वारों को समलैंगिक शादी के विरुद्ध निर्देश जारी कर रखे हैं।

इस बारे में श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह का कहना है कि समलैंगिकता के विरुद्ध पहले से ही आदेश जारी किए गए हैं। अब यह एसजीपीसी पर निर्भर करता है कि वह उस पर अमल करे। पंजाब में निवेश के लिए आई कैथलीन के समलैंगिक होने के कारण इसका व्यापार व उद्योग पर कुप्रभाव पड़ सकता है। कैथलीन पंजाब में निवेश को बढ़ाना चाहती है। एसजीपीसी के अतिरिक्त सचिव दलजीत सिंह बेदी ने कहा कि गुरमति मर्यादाओं व सिद्धांतों की परंपराओं से विमुख नहीं हुआ जा सकता।

दरबार साहिब में हुआ शानदार स्वागत

श्री हरिमंदिर साहिब में कैथलीन वाइन का शानदार स्वागत हुआ। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने कैथलीन को सम्मानित करने के दौरान मीडिया को सूचना केंद्र के भीतर आने पर पाबंदी लगा दी। अध्यक्ष जत्थेदार अवतार सिंह मक्कड़ की गैरहाजिरी में कमेटी के उच्चाधिकारियों ने उन्हें श्री हरिमंदिर साहिब की तस्वीर, धार्मिक किताबें व कुछ तोहफे भेंट किए।

एसजीपीसी के मुख्य सचिव हरचरण सिंह का दावा है कि कैथलीन को सम्मानित किया गया लेकिन श्री हरिमंदिर साहिब की तरफ से कोई सिरोपा नहीं भेंट किया गया। उनसे जब पूछा गया कि श्री अकाल तख्त साहिब ने समलैंगिक संबंधों के विरुद्ध आदेश जारी किया हुआ है तो कैथलीन का सम्मान कैसे किया गया, इस पर उन्होंने कहा कि अकाल तख्त साहिब के आदेश सिखों के लिए हैं। कैथलीन वाइन ईसाई धर्म की पैरोकार हैं और कनाडा के ओंटारियो राज्य की प्रीमियर है, इसलिए उन्हें तोहफे भी दिए गए हैं।

हरचरण सिंह ने कहा कि सिरोपा भेंट नहीं किया गया, लेकिन ट्विटर पर अपलोट फोटो में गले में सिरोपा

इसी बीच, कैथलीन ने अपने ब्लॉग में श्री हरिमंदिर साहिब में हुए स्वागत का उल्लेख किया है। साथ ही ब्लॉग में श्री हरिमंदिर साहिब के सूचना केंद्र कार्यालय में सम्मानित करने की जो तस्वीर अपलोड की है, उसमें उनके गले में दोशाला के साथ-साथ सिरोपा भी दिख रहा है। इस तस्वीर ने एसजीपीसी के मुख्य सचिव हरचरण सिंह के सिरोपा न भेंट करने के दावे की पोल खोल दी है और मामले ने एक नया विवाद खड़ा कर दिया है।
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ओंटारियो के सिखों को हेलमेट से छूट दी जाए : हरचरण सिंह

एसजीपीसी के मुख्य सचिव हरचरण सिंह ने कैथलीन के साथ ओंटारियो में सिखों को हेलमेट पहनने की बाध्यता के बारे में बातचीत की। कहा कि भारत में जो भी सिख दस्तार पहनता है, उसके लिए हेलमेट जरूरी नहीं है। यहां तक कि सिख महिलाओं को भी हेलमेट पहनने में छूट है।

सिखों की समस्या का हल ढ़ूंढेंगे : कैथलीन

हरचरण की बात सुनने के बाद कैथलीन ने विश्वास दिलाया कि वह इस संदर्भ में ठोस कार्रवाई करेंगी। एसजीपीसी ने ओंटारियो के सिखों की समस्याओं के हल के लिए एक पत्र भी उन्हें सौंपा। इस अवसर पर कैथलीन ने कहा कि उनके साथ ओंटारियो की 70 शख्सियतें भारत के दौरे पर आई हैं।

लांच किए दो टेबलेट

कैथलीन ने अमृतसर में टेबलेट तैयार करने वाली डाटा विंड कंपनी के उत्पादन केंद्र का दौरा किया। कंपनी ने डाटा विंड के 10 इंच और 7 इंच के दो नए नेट बुक ड्रायड सर्फर की लांचिंग कैथलीन से करवाई। डाटा विंड का मुख्यालय ओंटारियो राज्य के शहर मिसीसेगा में है। कैथलीन ने कहा कि उनका भारतीय दौरा तकनीक व शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में ज्ञान एवं विशेषता की सांझ करने के नए अवसर ढूंढने के लिए है।


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