Move to Jagran APP

हादसे में बाल-बाल बची हीराकुद एक्सप्रेस

By Edited By: Published: Thu, 17 Oct 2013 01:15 AM (IST)Updated: Thu, 17 Oct 2013 01:15 AM (IST)

संबलपुर : मंगलवार की सुबह एक ग्रामीण की समझदारी ने हीराकुद एक्सप्रेस ट्रेन को एक बड़े हादसे से बचा लिया। ट्रेन में संबलपुर के कई यात्री सवार थे।

जानकारी के अनुसार यह हादसा मुंबई-हावड़ा रेलमार्ग पर स्थित बिलासपुर रेल मंडल अधीनस्थ शक्ति स्टेशन के निकट होते-होते बचा। अमृतसर-विशाखापट्टनम हीराकुद एक्सप्रेस ट्रेन अपनी पूरी रफ्तार के साथ दौड़ रही थी। बिलासपुर जंक्शन के बाद इस ट्रेन का ठहराव खरसिया स्टेशन पर है। इन दो स्टेशनों के बीच शक्ति स्टेशन है, जहां यह ट्रेन नहीं रुकती है। ट्रेन में सवार संबलपुर के तिवारी गली निवासी अनिल ओझा ने बताया कि ट्रेन जब शक्ति स्टेशन से करीब आधा किलोमीटर पीछे थी तभी एक ग्रामीण ने ट्रेन को इशारा करके रुकवाया और ड्राइवर को बताया कि आगे ट्रेन की पटरी में दरार है। ड्राइवर और गार्ड समेत अन्य यात्री ट्रेन से उतरकर ग्रामीण के बताए स्थान पर पहुंचे तो वहां रेल पटरी का एक हिस्सा टूटा हुआ मिला। आनन-फानन में आसपास के स्टेशनों को सूचित कर सहायता मांगी गई। इसके बाद रेल विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों ने घटनास्थल पर पहुंचकर टूटी पटरी की मरम्मत कराई और इसके एक घंटे बाद ट्रेन वहां से रवाना हुई। अनिल ओझा ने बताया कि उनके साथ उनकी पत्‍‌नी गायत्री ओझा और पुत्र हिमांशु ओझा भी थे, जो इस बड़े हादसे के टल जाने को भगवान की कृपा मान रहे हैं।

मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर


This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.