शी ने मोदी को अपने गृहनगर शियान बुलाया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृहराज्य गुजरात की यात्रा से उत्साहित चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने पारंपरिक भाव दिखाते हुए मोदी को अपने गृहनगर शियान आमंत्रित किया है। लगभग चौदह सौ वर्ष पूर्व प्रसिद्ध बौद्ध भिक्षु ह्वेन सांग ने भारत की यात्रा से लौटने के बाद शियान में ही अपनी जिंदगी के आखिरी वर्ष गुजारे थे। शियान एक पर्यटक स्थल है जो ट
बीजिंग। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृहराज्य गुजरात की यात्रा से उत्साहित चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने पारंपरिक भाव दिखाते हुए मोदी को अपने गृहनगर शियान आमंत्रित किया है। लगभग चौदह सौ वर्ष पूर्व प्रसिद्ध बौद्ध भिक्षु ह्वेन सांग ने भारत की यात्रा से लौटने के बाद शियान में ही अपनी जिंदगी के आखिरी वर्ष गुजारे थे।
शियान एक पर्यटक स्थल है जो टेराकोटा कलाकृतियों के लिए मशहूर है। चीनी राष्ट्रपति ने कहा कि सातवीं सदी के चीनी बौद्ध भिक्षु बौद्ध धर्म ग्रंथों की तलाश में 17 साल भारत में रहे। चीन लौटने के बाद ग्रंथों के अनुवाद और बौद्ध विचारों को लोगों तक प्रसारित करने के लिए वह मेरे गृहनगर शियान में ठहरे थे।'
एतिहासिक रिकॉर्ड के मुताबिक, शुआन जांग के नाम से मशहूर ह्वेन सांग ने सन 629 में 28 साल की उम्र में भारत के लिए अपनी यात्रा शुरू की थी। उन्होंने अपनी यात्रा संस्मरणों को लिपिबद्ध किया, जिसमें गुजरात के भरूच, मालवा, इदार और वलाभी जैसे नगरों का उल्लेख किया है। इसके पूर्व मोदी ने भी कहा था कि भारत प्रवास के दौरान ह्वेन सांग उनके गृहनगर वडोदरा में भी ठहरे थे। शियान में बाइल्ज गूज पैगोड़ा स्थित है जिसका निर्माण 645 ईसवी में प्राचीन सिल्क रूट से शियान की भारत यात्रा और 17 साल बाद बहुमूल्य बौद्ध धर्मग्रंथों के साथ वापसी को दर्शाने के लिए किया गया था।