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हिंदी में अनुशासन का पाठ पढ़ाएगा अमेरिका

अमेरिकी स्कूलों में बच्चों को अनुशासन का पाठ अब हिंदी में भी पढ़ाया जाएगा। स्कूलों में बदमाशी रोकने के लिए हर साल चलाया जाना वाला अभियान इस बार हिंदी, उर्दू और पंजाबी में भी शुरू किया गया है।

By Sanjeev TiwariEdited By: Published: Fri, 16 Oct 2015 11:37 PM (IST)Updated: Sat, 17 Oct 2015 01:18 AM (IST)

वाशिंगटन । अमेरिकी स्कूलों में बच्चों को अनुशासन का पाठ अब हिंदी में भी पढ़ाया जाएगा। स्कूलों में बदमाशी रोकने के लिए हर साल चलाया जाना वाला अभियान इस बार हिंदी, उर्दू और पंजाबी में भी शुरू किया गया है। बढ़ती विविधता को देखते हुए व्हाइट हाउस ने सालाना अभियान में तीन दक्षिण एशियाई भाषाओं को शामिल करने का फैसला किया है।

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बीस फीसदी बच्चे शिकार बदमाशी अमेरिकी स्कूलों की एक ब़़डी समस्या है। प्रत्येक पांच छात्र में से एक स्कूल में प़़ढाई के दौरान इसकी शिकायत दर्ज कराता है। स्कूलों में औसतन हर सात मिनट में इस तरह की घटना एक बार होती है। आधे एशियाई पी़ि़डत व्हाइट हाउस के अनुसार न्यूयॉर्क शहर के पब्लिक स्कूलों में प़़ढने वाले एशियाई मूल के आधे छात्र भेदभाव के आधार पर प्रताड़ना की शिकायत दर्ज कराते हैं। यही कारण है कि 'राष्ट्रीय बदमाशी रोकथाम माह' के दौरान चलाए जाने वाले अभियान कोरियाई, वियतनामी और चीनी भाषषा के साथ-साथ हिंदी, पंजाबी और उर्दू में भी शुरूकी गई है।

सिख संगठन भी साथ सिख कोएलिशन और कोएलिशन ऑफ एशियन पैसिफिक्स इन एंटरटेनमेंट के साथ व्हाइट हाउस ने यह पहल शुरू की है। इसके तहत गुरवार को 'एक्ट टू चेंज' नामक अभियान शुरूकिया गया। इसका मकसद एशियाई अमेरिकी एवं प्रशांत महाद्वीपीय समुदाय समेत विभिन्न समुदायों में धौंसपट्टी के बारे में जागरूकता फैलाना है। इसके तहत बच्चों, शिक्षकों और समुदायों को इस तरह की घटनाओं से निपटने और इसे रोकने के लिए आवश्यक प्रशिक्षण दिया जाएगा।


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