अमेरिका ने यूएन को दी पेरिस समझौते से हटने की जानकारी
अमेरिकी हितों के खिलाफ बताते हुए अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र को पेरिस समझौते से हटने की जानकारी दे दी है
वॉशिंगटन (एजेंसी)। अमेरिका ने पेरिस में हुए जलवायु समझौते से पीछे हटने की संयुक्त राष्ट्र (यूएन) को औपचारिक रूप से जानकारी दे दी है। विदेश मंत्रालय ने बताया कि अमेरिका 2015 में हुए इस समझौते से जितना जल्दी हो सकेगा, अलग हो जाएगा। यूएन को दी गई सूचना राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा हाल ही में की गई घोषणा पर केंद्रित है।
ट्रंप ने एक जून को अपनी घोषषणा में कहा था कि यदि अमेरिका को इसमें अपने देश, व्यापार, लोगों और करदाताओं के हित में कोई प्रावधान दिखेगा, तभी वह इस समझौते में रहना चाहेगा। अमेरिका 23वें कॉन्फ्रेंस ऑफ पार्टिज में भी शामिल होगा। पेरिस समझौते का उद्देश्य धरती को औद्योगिक काल की शुरआत के तापमान से दो डिग्री अधिक गर्म होने से बचाना है।
ट्रंप ने चुनाव प्रचार के दौरान पेरिस समझौते को अमेरिका के लिए गलत बताते हुए इससे हटने का वादा किया था। हालांकि इस समझौते की शर्त के मुताबिक, अमेरिका 4 नवंबर 2020 से पहले इस समझौते से पूरी तरह खुद को अलग नहीं कर सकता है। 4 नवंबर 2020 तक अमेरिका में अगला राष्ट्रपति चुनाव हो चुका होगा। ऐसे में अगला राष्ट्रपति फिर से समझौते का हिस्सा बने रहने का फैसला कर सकता है।
यूएन ने की समझौते में बने रहने की अपील संयुक्त राष्ट्र। अमेरिका की ओर से पेरिस समझौते से हटने की आधिकारिक जानकारी मिलने के बाद संयुक्त राष्ट्र ने उससे इसमें बने रहने की अपील की है। यूएन प्रवक्ता स्टीफन डुजारिक ने बताया कि अमेरिका ने समझौते की शर्तो में कुछ निश्चित बदलाव न होने पर इससे बाहर होने बात कही है। उन्होंने कहा कि यूएन महासचिव एंटोनियो गुतेरस अमेरिका को समझौते में बनाए रखने के लिए सुझावों का स्वागत करेंगे।
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