उत्तर कोरिया को नि:शस्त्र करने के लिए विश्व एकजुट हुआ : टिलरसन
टिलरसन ने कल मनीला में चीन के विदेश मंत्री वांग ई और रूस के विदेश मंत्री सर्जेई लावरोव से अलग-अलग चर्चा की।
मनीला, एजेंसी। अमेरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने रविवार को कहा कि उत्तर कोरिया पर प्रतिबंध लगाने का संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का फैसला यह दर्शाता है कि कोरियाई प्रायद्वीप को परमाणु हथियार रहित बनाने के लिए वैश्विक ताकतें एकजुट हैं।
मनीला में एक सुरक्षा गोष्ठी में बोलते हुए वाशिंगटन के शीर्ष राजनयिक ने कहा कि किम जोंग उन के प्रशासन को बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण को स्थगित करना होगा यदि वह संयुक्त राष्ट्र से गतिरोध के समाधान के संबंध में बातचीत करना चाहता है। उन्होंने कहा इस मायने में यह साफ है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय के बीच इस अपेक्षा को लेकर कोई अंतर नहीं है कि उत्तर कोरिया मेरे सभी उद्देश्यों को पूरा करने के लिए कदम उठाएगा, जो कि कोरियाई प्रायद्वीप को परमाणु रहित करना है।
टिलरसन ने कल मनीला में चीन के विदेश मंत्री वांग ई और रूस के विदेश मंत्री सर्जेई लावरोव से अलग-अलग चर्चा की। उन्होंने बताया कि दोनों ही प्योंगयांग के शस्त्रागार पर सख्त कारवाई के समर्थन में हैं। एक ओर वांग ने उत्तर कोरिया के साथ संवाद पुनरारंभ की बात कही वहीं टिलरसन ने जोर दिया कि किम को पहले मिसाइल परीक्षण रोकना होगा।
उन्होंने संवाददाताओं को बताया कि लेकिन वह इसके लिए कोई समय-सीमा निश्चित नहीं करेंगे कि यह कब संभव हो सकेगा या उत्तर कोरिया को लंबी दूरी के मिसाइल परीक्षणों के लिए कितने लंबे समय तक रुकना होगा। हम जब इसे देखेंगे तब हमें पता चल जाएगा। मैं किसी को भी खास दिनों की संख्या या हफ्ते नहीं देने जा रहा। यह असल में इन चर्चाओं की भावना के संबंध में है। और वह इन मिसाइल परीक्षणों को कभी न करके प्रदर्शित कर सकते हैं कि वह इन चर्चाओं में शामिल होने के लिए अपना मार्ग ढूंढने को तैयार हैं।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने परमाणु हथियार और मिसाइल प्रक्षेपणों पर रोक लगाने के एक प्रयास के तहत शनिवार को उत्तर कोरिया के खिलाफ अमेरिका द्वारा तैयार एक प्रतिबंध पैकेज को स्वीकृति दी थी जिससे उसे एक अरब डालर सालाना का नुकसान हो सकता है। यह उस प्रतिक्रिया के जवाब में था जिसमें उत्तर कोरिया ने पिछले महीने दो अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण किए जिसमें किन को यह दावा करते हुए दिखाया गया था कि वह अमेरिका के किसी भी हिस्से को उड़ा सकता है।
यह भी पढ़ें: अमेरिका ने सैन्य कार्रवाई की तो जवाब में परमाणु हमला
यह भी पढ़ें: ट्रंप अफगानिस्तान में अमेरिकी भूमिका में बदलाव के पक्षधर