Move to Jagran APP

हिलेरी का खुलासा, पाक को भी नहीं दी गई थी ओसामा पर हमले की सूचना

अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने अपनी किताब 'हार्ड च्वाइसेस' में खुलासा किया है कि अमेरिका ने ओसामा बिन लादेन को मारने के लिए अपने गुप्त मिशन को पाकिस्तान से भी साझा नहीं किया था। इसके लिए उन्होंने आइएसआइ को जिम्मेदार बताया है।

By Edited By: Published: Tue, 10 Jun 2014 02:55 PM (IST)Updated: Tue, 10 Jun 2014 03:07 PM (IST)

वाशिंगटन। अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने अपनी किताब 'हार्ड च्वाइसेस' में खुलासा किया है कि अमेरिका ने ओसामा बिन लादेन को मारने के लिए अपने गुप्त मिशन को पाकिस्तान से भी साझा नहीं किया था। इसके लिए उन्होंने आइएसआइ को जिम्मेदार बताया है।

loksabha election banner

उन्होंने खुलासा किया कि एबटाबाद में यह पता था कि खुफिया एजेंसी आइएसआइ ने अल कायदा और तालिबान के साथ घनिष्ठ संबंध बनाए रखा है। ज्ञात हो कि हिलेरी की इस किताब पर दुनिया भर की निगाहें टिकी हुई थी।

आज प्रकाशित हुई इस किताब में क्लिंटन ने लिखा है कि इस मुद्दे पर राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ रक्षामंत्री राबर्ट गेट्स ने विस्तार से चर्चा की जिसमें यह भी संभावना जताई जा रही थी कि इस कदम से पाकिस्तान भारत पर संदेह जताकर हमला कर सकता है, लेकिन अंत में पाकिस्तान को इस मामले की जानकारी नहीं देने का फैसला किया गया।

अपनी किताब में क्लिंटन ने लिखा है कि लादेन पर छापे को लेकर हम लोगों के बीच बहस हुई थी। बहस में यह भी संभावना जताई गई थी कि इस कदम से दोनों देशों के संबंधों पर असर पड़ सकता है। इन सबके बावजूद गेट्स ने कहा कि पाकिस्तान को सहयोग जारी रहेगा। उन्होंने हमें याद दिलाते हुए कहा कि पाकिस्तान ने हमारे सैनिकों को अफगानिस्तान में जोड़ने और आगे बढ़ाने का काम किया।

65 वर्षीय क्लिंटन ने अपनी किताब में लिखा है कि पाकिस्तान से संबंध को लेकर हमने वर्षो से एक दूसरे को समय दिया है। मैं जनती हूं कि यदि इस मामले में हम पाकिस्तान के साथ सूचना साझा नहीं करते हैं तो वे नाराज हो सकते थे, लेकिन मैं यह भी जानती थी कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ का आतंकी संगठन अल कायदा और तालिबान के साथ घनिष्ठ संबंध हैं।

गौरतलब है कि दुनिया का सबसे कुख्यात आतंकवादी और अलकायदा का सरगना ओसामा बिन लादेन 2 मई, 2011 को राष्ट्रपति बराक ओबामा के विशेष आदेश के बाद एक विशेष अभियान के तहत मारा गया था। पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद के उत्तर में स्थित ऐबटाबाद में अमेरिकी कार्रवाई में लादेन के साथ तीन और लोग मारे गए थे। मारे गए लोगों में एक ओसामा बिन लादेन का बेटा भी था। एक महिला भी मारी गई, क्योंकि उसे सुरक्षा कवच के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा था। अमेरिकी अधिकारियों ने बताया था कि मारे जाने के बाद लादेन की लाश को समुद्र में दफनाकर उसका नामोनिशान तक मिटा दिया।

पढ़े : लेविंस्की प्रकरण भुला चुकी हैं हिलेरी क्लिंटन


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.