दो स्विस बैंकों में जमा है भारतीयों का दो तिहाई काला धन
स्विस बैंकों में भारतीयों की काली कमाई का करीब दो तिहाई तो सिर्फ यूबीएस और क्रेडिट सुइस में ही जमा है। बड़े बैंकों की श्रेणी में आने वाले ये दोनों बैंक ग्राहकों की गोपनीयता बनाए रखने के लिए दुनिया भर में मशहूर हैं। यही वजह है कि काला धन रखने के लिए जमाकर्ता इन्हें सबसे सुरक्षित मानते हैं। स्विट
ज्यूरिख। स्विस बैंकों में भारतीयों की काली कमाई का करीब दो तिहाई तो सिर्फ यूबीएस और क्रेडिट सुइस में ही जमा है। बड़े बैंकों की श्रेणी में आने वाले ये दोनों बैंक ग्राहकों की गोपनीयता बनाए रखने के लिए दुनिया भर में मशहूर हैं। यही वजह है कि काला धन रखने के लिए जमाकर्ता इन्हें सबसे सुरक्षित मानते हैं।
स्विट्जरलैंड के केंद्रीय बैंक स्विस नेशनल बैंक (एसएनबी) ने गुरुवार को अपने बैंकों में जमा धन पर आंकड़े जारी किए थे। इसके अनुसार, बीते साल स्विस बैंकों में भारतीयों की दौलत 43 फीसद बढ़कर 2.03 अरब फ्रैंक यानी करीब 14 हजार करोड़ रुपये हो गई। बावजूद इसके कि बैंकों के ग्राहकों की जानकारी साझा करने के लिए स्विट्जरलैंड पर दुनिया भर से दबाव बढ़ा है।
इन आंकड़ों का और अधिक विश्लेषण करने पर पता चलता है कि स्विस बैंकों में भारतीयों की कुल दौलत का 68.2 फीसद या करीब 1.4 अरब स्विस फ्रैंक (करीब 10 हजार करोड़ रुपये) यूबीएस और क्रेडिट सुइस में जमा है। स्विट्जरलैंड में कुल 283 बैंक हैं। इनमें से केवल दो-यूबीएस और क्रेडिट सुइस-'बड़े बैंकों' की श्रेणी में आते हैं। देश में 93 विदेश नियंत्रित बैंक भी हैं।
2013 में स्विस बैंकों में दुनिया भर के ग्राहकों के कुल धन का 65 फीसद या करीब 857 अरब स्विस फ्रैंक (60 लाख करोड़ से अधिक) यूबीएस और क्रेडिट सुइस में ही जमा किया गया।
पढ़ें: स्विस बैंकों में चालीस फीसद बढ़ गया भारतीयों का काला धन