मोदी सरकार का मन टटोलने दूत भेजेंगे ओबामा
नई दिल्ली। आम चुनावों के बाद सत्ता में आई नरेंद्र मोदी सरकार के साथ संवाद के पुल बनाने में अब अमेरिका कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता। भारत-अमेरिका संबंधों पर मोदी सरकार का मन टटोलने को ओबामा प्रशासन ने भारतीय मूल की राजनयिक निशा देसाई बिस्वाल को नई दिल्ली भेजने का एलान किया है। अमेरिकी विदेश विभाग में दक्षिण एशिया मामलों की प्र
नई दिल्ली। आम चुनावों के बाद सत्ता में आई नरेंद्र मोदी सरकार के साथ संवाद के पुल बनाने में अब अमेरिका कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता। भारत-अमेरिका संबंधों पर मोदी सरकार का मन टटोलने को ओबामा प्रशासन ने भारतीय मूल की राजनयिक निशा देसाई बिस्वाल को नई दिल्ली भेजने का एलान किया है। अमेरिकी विदेश विभाग में दक्षिण एशिया मामलों की प्रभारी सहायक विदेश मंत्री बिस्वाल 6-9 जून तक भारत दौरे पर होंगी।
नरेंद्र मोदी सरकार के सत्ता संभालने के बाद बिस्वाल भारत आने वाली ओबामा सरकार की पहली उच्च पदस्थ राजनयिक हैं। अमेरिकी विदेश विभाग के मुताबिक अगले सप्ताह से एशिया दौरे पर रवाना हो रही बिस्वाल नई सरकार के मंत्रियों के साथ द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर विस्तार से बातचीत करेंगी। अमेरिकी सहायक विदेश मंत्री इस यात्रा में प्रमुख रणनीतिक विचारकों और व्यापारिक नेताओं से मुलाकात करेंगी। नई दिल्ली से पहले वह चीन और तजाकिस्तान भी जाएंगी।
बिस्वाल का यह दौरा भारत-अमेरिका के बीच जल्द ही होने वाली पांचवें दौर की रणनीतिक वार्ता के लिहाज से भी अहम है। भारत में आई नई सरकार के साथ रिश्तों की कड़ियां जोड़ने की कोशिश में अमेरिकी राष्ट्रपति और विदेश मंत्री जॉन केरी भी शीर्ष नेतृत्व के साथ संवाद स्थापित कर चुके हैं। राष्ट्रपति ओबामा और केरी ने जहां चुनावी नतीजों के बाद नरेंद्र मोदी को बधाई संदेश दिए थे। वहीं विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के पद संभालने के बाद उन्हें फोन करने वाले पहले विदेशी नेता केरी थे।
बीते एक साल के दौरान भारत और अमेरिका के रिश्तों में उठे विवादों की कड़वाहट को दर किनार कर वाशिंगटन अब नई दिल्ली के साथ अपने रिश्तों में नए सिरे से ऊर्जा भरनी को कोशिश में जुटा है। एशिया-प्रशांत क्षेत्र को लेकर ओबामा प्रशासन की कार्ययोजना में भारत की अहम भूमिका के मद्देनजर उम्मीद की जा रही है कि बिस्वाल अपने दौरे में न्यू सिल्क रोड और इंडो-पैसिफिक इकोनॉमिक कॉरीडोर के मुद्दों पर भी बात करेंगी। उल्लेखनीय है कि दो दिन पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के साथ हुई फोन वार्ता में अमेरिकी विदेश मंत्री केरी ने द्विपक्षीय व्यापार को 100 अरब डॉलर से पांच गुना बढ़ाने के लक्ष्य पर जोर दिया था।
पढ़ें: भारत के नए प्रधानमंत्री के साथ काम करने को तैयार अमेरिका