थाइलैंड में पीएम ने बैंकाक छोड़ा, अज्ञात जगह गई
टकराव और हिंसा के बीच थाइलैंड की प्रधानमंत्री यिंगलुक शिनवात्रा ने राजधानी बैंकाक को छोड़ दिया है। वह किसी अज्ञात स्थान पर चली गई हैं। वहीं सेना ने कहा है कि मौजूदा राजनीतिक संकट में दखल देने का उसका कोई इरादा नहीं है। हालांकि उसने प्रदर्शनकारियों और प्रधानमंत्री से बातचीत का आग्रह जरूर किया। प्रधानमंत्री यिंगलुक
बैंकाक। टकराव और हिंसा के बीच थाइलैंड की प्रधानमंत्री यिंगलुक शिनवात्रा ने राजधानी बैंकाक को छोड़ दिया है। वह किसी अज्ञात स्थान पर चली गई हैं। वहीं सेना ने कहा है कि मौजूदा राजनीतिक संकट में दखल देने का उसका कोई इरादा नहीं है। हालांकि उसने प्रदर्शनकारियों और प्रधानमंत्री से बातचीत का आग्रह जरूर किया।
प्रधानमंत्री यिंगलुक के कार्यालय ने सोमवार को बताया कि वह शहर से 150 किमी दूर ठहरी हुई हैं। हालांकि स्थान का उल्लेख नहीं किया गया। यह भी नहीं बताया गया कि वह कब तक राजधानी के बाहर से सरकार चलाएंगी।
इस बीच थाइलैंड के सेना प्रमुख प्रयुथ चान-ओचाने कहा कि मौजूदा राजनीतिक संकट में सेना की हस्तक्षेप करने की कोई योजना नहीं है। उन्होंने अचानक टेलीविजन पर देश को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि 2010 की अशांति की तुलना में इस बार के प्रदर्शन में कहीं अधिक समूह शामिल हैं। इस वजह से यह जानना मुश्किल हो गया है कि कौन किसकी तरफ है। सेना ने 2010 में हुए आंदोलन को दबा दिया था।
थाइलैंड के 1932 में संवैधानिक राजतंत्र बनने के बाद से सेना कई बार तख्तापलट कर चुकी है। सेना ने 2006 में मौजूदा संकटग्रस्त प्रधानमंत्री यिंगलुक शिनवात्रा के भाई थाकसिन शिनवात्रा को सत्ता से हटा दिया था। लेकिन इस बार उसने खुद को देश के हालात में दखल देने से दूर रखा है। यिंगलुक सरकार को सत्ता से बेदखल करने की मांग को लेकर सरकार विरोधी प्रदर्शनकारी गत नवंबर से बैंकाक में आंदोलन चलाए हुए हैं। इस कड़ी में सप्ताहांत के दौरान रैलियों पर हुई गोलीबारी में गंभीर रूप से घायल हुई एक छह वर्षीय बालिका ने सोमवार को दम तोड़ दिया जिससे मृतकों की संख्या बढ़कर चार हो गई है। यिंगलुक ने रैलियों पर की गई 'आतंकी कार्रवाई' की निंदा की है।
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