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कुछ अमेरिकी ड्रोन हमले युद्ध अपराध के समान

मानवाधिकार संगठन एमनेस्टी इंटरनेशनल (एआइ) ने अमेरिका द्वारा पाकिस्तान में किए जा रहे ड्रोन हमलों को मानवाधिकार का उल्लंघन बताया है। संगठन ने मंगलवार को कहा कि अमेरिका ने पाकिस्तान में ड्रोन हमले के जरिए गैरकानूनी तरीके से हत्याएं की। इनमें कुछ को युद्ध अपराध माना जा सकता है।

By Edited By: Published: Tue, 22 Oct 2013 05:02 PM (IST)Updated: Tue, 22 Oct 2013 05:03 PM (IST)

इस्लामाबाद। मानवाधिकार संगठन एमनेस्टी इंटरनेशनल (एआइ) ने अमेरिका द्वारा पाकिस्तान में किए जा रहे ड्रोन हमलों को मानवाधिकार का उल्लंघन बताया है। संगठन ने मंगलवार को कहा कि अमेरिका ने पाकिस्तान में ड्रोन हमले के जरिए गैरकानूनी तरीके से हत्याएं की। इनमें कुछ को युद्ध अपराध माना जा सकता है।

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अमेरिकी ड्रोन हमले में चार आतंकी ढेर

एमआइ ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि पाकिस्तान में कुछ अधिकारी और संस्थान के साथ-साथ ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी और ब्रिटेन जैसे देश भी ड्रोन हमलों में अमेरिका की मदद कर रहे हैं। 'विल आइ बी नेक्स्ट? यूएस ड्रोन स्ट्राइक्स इन पाकिस्तान' शीर्षक वाली रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान में अमेरिकी ड्रोन हमले में बड़ी संख्या में नागरिक मारे गए। गैर सरकारी संगठन और पाकिस्तानी सरकार के सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका ने वर्ष 2004 से 2013 के दौरान पाकिस्तान में 330 से 340 ड्रोन हमले किए, जिसमें 900 लोग मारे गए।

हालांकि अमेरिका अपनी बात पर कायम है कि ये ड्रोन हमले आतंकियों को निशाना बनाकर किए गए। जबकि पाकिस्तानी सरकार और मानवाधिकार संगठनों का कहना है इसके समानांतर बहुत नुकसान होता है। एआइ के पाकिस्तान में शोधकर्ता मुस्तफा कादरी ने कहा, 'ड्रोन कार्यक्रम से जुड़ी गोपनीयता अमेरिकी प्रशासन को अंतरराष्ट्रीय कानूनों के मानकों से इतर हत्याएं करने का लाइसेंस देती है। अब समय आ गया है कि अमेरिका अपने ड्रोन कार्यक्रम को स्पष्ट करे।' एआइ के मुताबिक उसने उत्तरी वजीरिस्तान में जनवरी, 2012 से अगस्त, 2013 तक किए गए 45 ड्रोन हमलों की समीक्षा की। इस क्षेत्र में देश के किसी अन्य हिस्से की तुलना में सर्वाधिक हमले हुए हैं। संगठन ने कहा कि इनमें से नौ हमलों पर विस्तृत जमीनी शोध और हत्याओं की रिपोर्ट अंतरराष्ट्रीय कानूनों के उल्लंघन के बारे में गंभीर सवाल उठाती है, जिन्हें युद्ध अपराध या अतिरिक्त न्यायिक कार्रवाई के समान माना जा सकता है।

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