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अमेरिका: समलैंगिक क्लब पर आतंकी हमले में 50 की मौत, ISIS ने ली जिम्मेदारी

अमेरिका के ऑरलैंडो शहर में समलैंगिक नाइट क्लब में बंदूकधारी ने 50 लोगों की हत्या कर दी। हमले की जिम्मेदारी आइएस ने ली है।

By kishor joshiEdited By: Published: Sun, 12 Jun 2016 01:55 PM (IST)Updated: Mon, 13 Jun 2016 10:34 AM (IST)

ऑरलैंडो, रायटर। फ्लोरिडा प्रांत (अमेरिका) के ऑरलैंडो शहर में समलैंगिक नाइट क्लब में बंदूकधारी ने 50 लोगों की हत्या कर दी और 53 को घायल कर दिया। इस्लामी आतंकी संगठन आइएस ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। समाचार एजेंसी अमाक के माध्यम से आइएस ने कहा, हमारे लड़ाके ने अपना काम कर दिया।

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बता दें रविवार तड़के नाइट क्लब में एक बंदूकधारी ने 50 लोगों की हत्या कर दी और 53 को घायल कर दिया। हमलावर ने पहले क्लब में मौजूद सभी लोगों को बंधक बना लिया था फिर अंधाधुंध फायरिंग की। उसके पास असॉल्ट राइफल, एक हैंडगन तथा कुछ संदिग्ध वस्तु थी।

तीन से चार घंटे चले मौत के तांडव के बाद पुलिस ने उसे मार गिराया। उसकी पहचान उमर एस. मतीन के रूप में हुई है। वह अफगानिस्तान मूल का अमेरिकी नागरिक था।

आतंकी ने किया था हमले से पहले फोन

अमेरिकी मीडिया के मुताबिक उमर एस मतीन ने न सिर्फ हमले से पहले पुलिस को फोन किया था, बल्कि कुख्यात आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट के प्रति अपनी प्रतिबद्धता भी जताई थी। एनबीसी न्यूज ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है कि मतीन ने हमले से पहले 911 पर कॉल करके आईएस के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई थी। आतंकी संगठन आइएस ने मतीन की प्रशंसा करते हुए अपने ट्विटर पर उसका फोटो भी जारी किया है।

ये आतंकी हमला है- ओबामा

फ्लोरिडा में एक गे नाइट क्लब में हुई अंधाधुंध फायरिंग को अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अमेरिका पर हमला बताया है। ओबामा ने कहा कि ये एक आतंकी हमला है। हमलावर घृणा से भरा हुआ था। पूरा अमेरिका इस हमले के खिलाफ एकजुट है।

समलैंगिक क्लब पर आतंकी हमले में 50 की मौत, देखें तस्वीरें

ओबामा ने कहा कि जांच के बाद और तथ्य़ निकलकर सामने आएंगे। एफबीआई इस पर काम रही है। हमने अधिकारियों को बोल दिया है कि जिस भी तरह की जरूरत होगी, उनको उपलब्ध कराई जाए। हर मौत हमारे लिए दुखद है। हम इसको भूल नहीं पायेंगें। ओबामा ने कहा कि कुछ समय पहले फ्रांस में भी इस तरह की घटना हुई थी। अब वो आतंक का साया हमारे पास पहुंचा है। हम अमेरिका के लोग एक साथ मिलकर इस तरह की घटना का सामना करेंगे। ये हमला अमेरिका में नागरिक अधिकारों पर हनन जैसा है।

मैंने ठीक ही कहा था: ट्रंप

अमेरिकी राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन ने इस घटना को विध्वंसकारी बताया। वहीं दूसरे उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि 'मुस्लिम कट्टरपंथियों के बारे में मैंने पहले जो कहा था वह बिल्कुल ठीक था।'

आतंकी के पिता ने कहा था, धर्म से लेना देना नहीं

ऑरलैंडो, एएफपी। इससे पूर्व मतीन के पिता मीर सिद्दीकी ने कहा था कि समलैंगिकों से उसे घृणा थी, इस घटना का इस्लाम धर्म से कोई लेना देना नहीं हैं। एनबीसी न्यूज को सिद्दीकी ने बताया था कि मतीन ने हाल ही में मियामी में समलैंगिकों की परेड देख कर मेरे सामने गुस्से का इजहार किया था। मतीन की पत्नी और बच्चे के सामने दो समलैंगिक आपत्तिजनक आचरण करने लगे तो उसे गुस्सा आया गया था।

ऐसे हुआ था हमला

पुलिस ने बताया कि हमलावर तड़के दो बजे पल्स क्लब भवन पहुंचा और पहले वहां एक अधिकारी से उसकी झड़प हुई। बाद में वह अंदर घुसा और मौजूद लोगों को बंधक बना लिया। करीब पांच बजे विशेष टीम बंधकों को छुड़ाने के लिए भेजी गई। क्लब में गोलीबारी शुरू होने के चार घंटे बाद हमलावर मारा गया। चश्मदीदों ने बताया कि देर रात दो बजे जब क्लब का समय खत्म होने जा रहा था तब गोलीबारी हुई। उनका कहना था कि सौ से अधिक बार गोलियों की आवाज सुनी गई।

क्लबर रिकाडरे नेग्रोन ने बताया कि कैसे बंदूकधारी ने गोलियों से क्लब को दहला दिया। उसने कहा, 'लोग फर्श पर लेट गए। मेरा अनुमान है कि वह छत पर गोलियां दाग रहा था क्योंकि आप लैंप के गिरे हुए शीशे देख सकते हैं।'

2007 के बाद सबसे बड़ा हत्याकांड

मेयर के बताए आंकड़ों के आधार पर अमेरिकी इतिहास में इसे 2007 के बाद का सबसे बड़ा हत्याकांड बताया जा रहा है। तब वर्जीनिया टेक यूनिवर्सिटी में 32 लोगों की हत्या कर दी गई थी।

हर माह गोलीबारी

ऑरलैंडो के क्लब में गोलीबारी की घटना अमेरिका के लिए नई नहीं है। वहां प्रतिमाह बड़ी संख्या में गोलीबारी की घटनाएं होती हैं। आंकड़ों के मुताबिक इस साल के शुरुआती छह महीनों में ऐसी 132 घटनाएं हो चुकीं जिनमें 156 लोग मारे गए और 494 घायल हुए।

महीना- घटनाएं- मौत- घायल
जनवरी- 11- 22- 29
फरवरी- 26- 37- 109
मार्च- 21- 20- 86
अप्रैल- 34- 40-116
मई- 29- 24- 117
जून- 11- 13- 37
कुल -132- 156- 494

नोट :ऑरलैंडो की घटना इनमें शामिल नहीं है।


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