आजादी की ओर बढ़ रहा स्कॉटलैंड, ब्रिटेन परेशान
ब्रिटेन टूटने की कगार पर आ चुका है। स्कॉटलैंड की आजादी के लिए होने वाले जनमत संग्रह को बस 11 दिन बचे हैं और वहां स्वतंत्रता चाहने वालों की तादाद पहली बार 50 फीसद से ऊपर निकल गई। इस सर्वे ने ब्रिटिश सरकार के माथे पर चिंता की लकीर खींच दी है। सरकार को आनन-फानन में एलान करना पड़ा कि यदि स्कॉटिश लोग आ
नई दिल्ली। ब्रिटेन टूटने की कगार पर आ चुका है। स्कॉटलैंड की आजादी के लिए होने वाले जनमत संग्रह को बस 11 दिन बचे हैं और वहां स्वतंत्रता चाहने वालों की तादाद पहली बार 50 फीसद से ऊपर निकल गई। इस सर्वे ने ब्रिटिश सरकार के माथे पर चिंता की लकीर खींच दी है। सरकार को आनन-फानन में एलान करना पड़ा कि यदि स्कॉटिश लोग आजादी के खिलाफ वोट करते हैं तो उन्हें वृहद स्वायत्तता दी जाएगी। साथ ही कई तरह की आर्थिक छूट भी मिलेंगी।
लगभग 300 साल से चल रहे इंग्लैंड-स्कॉटलैंड यूनियन के भाग्य का फैसला 18 सितंबर को होने वाला है। जनमत संग्रह से पहले द संडे टाइम्स में छपे यूगोव सर्वे से सरकार की परेशानी बढ़ गई। इसमें 51 फीसद से भी ज्यादा लोग आजादी के पक्ष में और 49 फीसद इसके खिलाफ हैं। करीब 54 फीसद लोग महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को नए राष्ट्र के प्रमुख के रूप में देखना चाहते हैं। मगर 31 फीसद इसके विरोधी भी हैं। इन नतीजों ने महारानी को भी परेशान कर दिया है।
उनके नजदीकी सूत्रों ने बताया कि महारानी विभाजन नहीं चाहतीं। उन्हें चर्च ऑफ स्कॉटलैंड की चिंता भी है, जिसकी संरक्षा उनके जिम्मे है। सर्वे के नतीजे प्रधानमंत्री डेविड केमरन को भी परेशान करने वाले हैं। यदि आजादी के पक्ष में मतदान हुआ तो विपक्षी लेबर पार्टी उन पर इस्तीफे का दबाव बढ़ा देगी। सर्वे के नतीजों से चौकन्ना हुई सरकार के वित्त मंत्री जॉर्ज ऑसबोर्न ने रविवार को कहा कि आने वाले दिनों में स्कॉटलैंड के लिए टैक्स और बजट में कई शक्तियों का एलान किया जाएगा।
यदि स्कॉटिश जनता हमारे साथ रहती है तो हम उन्हें ताकत का एहसास कराएंगे। सर्वे के नतीजों से स्कॉटलैंड के फर्स्ट मिनिस्टर एलेक्स सेलमंड और उनका पृथकतावादी स्कॉटिश नेशनल पार्टी (एसएनपी) का उत्साह दोगुना हो गया है। ब्रिटिश सरकार ने विभाजन से बचने के लिए 'बेटर टुगेदर' और एसएनपी आजादी के पक्ष 'यस कैंपेन' चलाया हुआ है। ऑसबोर्न ने कहा कि स्कॉटलैंड को बड़ा फैसला लेना है। लोगों को अपने भाग्य के बारे में सोचकर बाहर निकलकर वोट करना ही होगा।
उन्होंने कहा, 'मैं साफ कर देना चाहता हूं कि यदि स्कॉटिश जनता हमसे अलग हुई तो हम उन्हें पौंड मुद्रा का इस्तेमाल नहीं करने देंगे। ब्रिटेन की तीनों प्रमुख पार्टियां स्कॉटिश जनता की स्वायत्तता के लिए राजी हैं।' इसके जवाब में सेलमंड ने कहा कि नया राष्ट्र अपने ऊपर कर्ज को स्वीकार नहीं करेगा। इंग्लैंड ने स्कॉटिश संपत्ति का दोहन किया है। यदि हम आजाद हुए तो दुनिया के सबसे अमीर देशों में गिने जाएंगे।
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