शनि ग्रह के बाद चांद पर रोबोटिक सिस्टम की मदद से जीवन खोजेेगा नासा
नासा अब रोबोटिक सिस्टम की मदद से शनि ग्रह के चंद्रमा इंसेलेडस पर जीवन की संभावनाओं को खोजेेगा। वैज्ञानिकों को यहां पर जीवन होने की उम्मीद है।
वाशिंगटन (प्रेट्र)। नासा शनि ग्रह की चंद्रमा पर जीवन की संभावनाओं का पता लगाएगा। वहां की सतह के अंदर मौजूद समुद्र के वातावरण के अध्ययन के लिए रोबोटिक सिस्टम की मदद ली जाएगी। अंतरिक्ष विज्ञानियों को यहां जीवन होने की उम्मीद है जो एलियन के लिए अनुकूल हो सकता है। यूरोपा (बृहस्पति ग्रह की चंद्रमा) और इंसेलेडस (शनि ग्रह की चंद्रमा) पर सतह के नीचे मौजूद समुद्र के वातावरण का पता लगाने के प्रयास पहले भी किए जा चुके हैं। हालांकि, यह अब भी एक बड़ी चुनौती है। नासा के वैज्ञानिकों ने इसका पता लगाने के लिए अब अत्याधुनिक रोबोटिक सिस्टम की मदद लेने का फैसला किया है। इसे आइसी मून क्रायोवोलकेनो एक्सप्लोरर (आइस) कहा जाता है।
शनि के बर्फीले चांद पर एलियंस को तलाशने जाएंगे नासा के रोबोट
इसे शनि की चंद्रमा के बर्फीले सतह पर लैंड कराया जाएगा। आइस के तीन मॉड्यूल होंगे। डिसेंट मॉड्यूल (डीएम), सरफेस मॉड्यूल (एसएम) और ऑटोनोमस अंडरवाटर व्हिकल्स (एयूवी)। एसएम चंद्रमा की सतह पर मौजूद रहेगा। यह रेडियोआइसोटोप थर्मोइलेक्ट्रिक जेनरेटर (आरटीजी) और सोलर सेल्स की मदद से ऊर्जा पैदा करेगा। डीएम इस ऊर्जा का इस्तेमाल करेगा। एसएम केबल के माध्यम से सूचनाओं को साझा करने की कड़ी मुहैया कराएगा। डीएम सतह के नीचे मौजूद विशाल जलराशि में जाकर वहां के वातावरण का पता लगाने के लिए यूएवी को क्रियाशील करेगा। इसके जरिये वहां की मौसमी दशाओं और उसमें आने वाले बदलाव का पता लगाया जा सकेगा। फिर इसे रेडियो ट्रांसमीटर के जरिये पृथ्वी पर भेजा जाएगा।
सूर्य-मंगल-शुक्र ग्रह के कारण बढ़ा तापमान
शनि भगवान नहीं ग्रह, महिलाओं के शनि के सामने जाने से हो सकता अनिष्ट : शंकराचार्य