जाधव मामले में अटॉर्नी जनरल अश्तर करेंगे पाक की पैरवी
हेग न्यायालय में हुई सुनवाई में पाकिस्तान का पक्ष ब्रिटेन में रहने वाले अधिवक्ता खावर कुरैशी ने रखा था।
इस्लामाबाद, एजेंसी। भारतीय नागरिक कुलभूषषण जाधव के मामले में अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में पाकिस्तान का पक्ष अब वहां के अटॉर्नी जनरल अश्तर औसाफ अली रखेंगे। पाकिस्तान सरकार ने यह निर्णय मामले में कमजोर पैरवी को लेकर हुई छीछालेदर के बाद लिया है।
हेग न्यायालय में हुई सुनवाई में पाकिस्तान का पक्ष ब्रिटेन में रहने वाले अधिवक्ता खावर कुरैशी ने रखा था। लेकिन वह भारतीय वरिष्ठ अधिवक्ता हरीश साल्वे के तर्को को काट नहीं पाए थे। गुरुवार को आए न्यायालय के फैसले में साल्वे की कही सभी बातों को स्वीकार किया गया और जाधव की फांसी की सजा को सुनवाई पूरी होने तक के लिए स्थगित करने का आदेश दिया गया।
भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी जाधव को ईरान से अगवा करके पाकिस्तान ले जाया गया था और वहां उन्हें खुफिया एजेंसी रॉ का एजेंट बताकर सैन्य अदालत ने फांसी दिये जाने का आदेश दिया। लगातार 16 बार जाधव से मिलने की अर्जी खारिज होने के बाद भारत सरकार हेग स्थित अंतरराष्ट्रीय न्यायालय गई।
गुुरुवार को आए फैसले के बाद पाकिस्तान में खावर कुरैशी की कमजोर पैरवी के चलते वहां की सरकार विपक्ष और मीडिया के निशाने पर आ गई। इसी के चलते शनिवार को सरकार ने मामले की पैरवी की जिम्मेदारी अटॉर्नी जनरल को सौंपी है। जिम्मेदारी मिलने के बाद नश्तर औसाफ अली ने कहा कि पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय न्यायालय का फैसला मानने के लिए बाध्य नहीं है।
मामले में गलत बिंदुओं पर प्रचार करके मूल विषषय से ध्यान हटाया जा रहा है। जाधव का मामला विएना समझौते के अंतर्गत नहीं आता है। मार्च 2017 में जो घोषषणा पत्र सार्वजनिक हुआ है उसके अंतर्गत जाधव पर लगे आरोपों से संबंधित मामले नहीं आते हैं।
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