दो तिहाई मोसुल हुआ आईएस से आजाद
बीती 22 जून को यही मस्जिद आईएस ने ध्वस्त कर दी थी। आईएस ने मोसुल को ही इराक की अपनी राजधानी घोषित किया था।
मोसुल, एजेंसी। इराक की सेना और उसे सहयोग दे रहे अमेरिकी व अन्य सशस्त्र बलों ने मोसुल का दो तिहाई हिस्सा आजाद करा लिया है। इराक के दूसरे बड़े इस प्राचीन शहर पर सन 2014 में आतंकी संगठन आईएस ने कब्जा कर लिया था। यहीं की अल-नूरी मस्जिद से आतंकी सरगना अबू बकर अल-बगदादी ने खुद के खलीफा होने का एलान किया था।
बीती 22 जून को यही मस्जिद आईएस ने ध्वस्त कर दी थी। आईएस ने मोसुल को ही इराक की अपनी राजधानी घोषित किया था। इराक की फेडरल पुलिस के कमांडर राएद शकर जवादात ने रविवार को बताया कि आईएस की 80 फीसदी युद्ध की क्षमता नष्ट हो चुकी है। सुरक्षा बल पुराने मोसुल शहर में स्थित अल-सर्ज खाना के काफी करीब हैं। यह मोसुल में आईएस का सबसे मजबूत मोर्चा है।
जवादात के मुताबिक, आईएस आतंकी अब आबादी के बीच घरों में छिप रहे हैं और वहीं से हमले कर रहे हैं। जाहिर है उन्हें अपनी हार दिखाई दे रही है, इसीलिए अब वे आमजनों को ढाल बनाकर अपनी जान बचाए रखने की कोशिश कर रहे हैं। सुरक्षा बल निर्दोष लोगों को बचाते हुए कार्रवाई कर रहे हैं, इसलिए उसमें थो़ड़ा समय लग रहा है। कमांडर के अनुसार चंद रोज में ही मोसुल पूरी तरह से आजाद हो जाएगा। विदित हो कि मोसुल पर कब्जे की लड़ाई करीब नौ महीने से जारी है।
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