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अमेरिका में हिरासत में लिए गए भारतीयों ने खत्म की भूख हड़ताल

गैरकानूनी रूप से अमेरिका में प्रवेश करने के आरोप में हिरासत में लिए गए 40 से अधिक भारतीय युवकों ने करीब दो सप्ताह से चली आ रही भूख हड़ताल समाप्त कर दी है। इन्हें टेक्सास में यूएस इमीग्रेशन एंड कस्टम इंफोर्समेंट (आइसीई) में रखा गया था। टेक्सास में ईआइ पासो प्रोसेसिंग सेंटर के कस्टम इंफोर्समेंट अधिकारियों के हवाले से

By Edited By: Published: Tue, 22 Apr 2014 03:28 AM (IST)Updated: Tue, 22 Apr 2014 11:51 AM (IST)
अमेरिका में हिरासत में लिए गए भारतीयों ने खत्म की भूख हड़ताल

वाशिंगटन। गैरकानूनी रूप से अमेरिका में प्रवेश करने के आरोप में हिरासत में लिए गए 40 से अधिक भारतीय युवकों ने करीब दो सप्ताह से चली आ रही भूख हड़ताल समाप्त कर दी है। इन्हें टेक्सास में यूएस इमीग्रेशन एंड कस्टम इंफोर्समेंट (आइसीई) में रखा गया था।

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टेक्सास में ईआइ पासो प्रोसेसिंग सेंटर के कस्टम इंफोर्समेंट अधिकारियों के हवाले से मीडिया रिपोर्टो में कहा गया है कि प्रदर्शनकारियों ने खाना लेना शुरू कर दिया है। सभी भारतीय युवक फिट हैं और किसी को भी अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत नहीं है। हालांकि, कैलीफोर्निया में उत्तरी अमेरिकी पंजाबी एसोसिएशन के अधिकारियों ने एक प्रदर्शनकारी को अस्पताल ले जाने की बात कही है। आठ अप्रैल से 43 युवकों ने खाना खाना छोड़ दिया था। जैसे-जैसे दिन बीते भूख हड़ताल पर बैठने वालों की संख्या बढ़ती गई।

नापा का कहना है कि भारतीय युवकों का भूख हड़ताल पर बैठना अवैध है। अधिकतर प्रदर्शनकारियों ने पिछले साल जून और जुलाई के बीच अमेरिका में प्रवेश किया था, जहां उन्हें हिरासत में ले लिया गया और फिर ईआइ पासो के सेंटर भेज दिया गया। नापा के अनुसार, हिरासत में लिए गए युवकों में अधिकतर पंजाब, जबकि कुछ मालवा और हरियाणा क्षेत्र से हैं। नापा के कार्यकारी निदेशक सतनाम सिंह चहल ने बताया कि एसोसिएशन ने आइसीई के सहायक उप सचिव थॉमस एस विंकोवस्की से युवकों को रिहा करने की अपील की है।

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