अमेरिका में वनिता गुप्ता को मिली अहम जिम्मेदारी
41 वर्षीय वनिता मानवाधिकारों की मुखर पक्षधर मानी जाती हैं। वह वेड हेंडरसन की जगह लेंगी।
वाशिंगटन, प्रेट्र। अमेरिका में भारतीय मूल की वनिता गुप्ता को एक प्रतिष्ठित संगठन की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उनको 'द लीडरशिप कांफ्रेंस ऑन सिविल एंड ह्यूमन राइट्स' का अध्यक्ष और सीईओ नियुक्त किया गया है। वह इस संगठन की अध्यक्षता करने वाली पहली महिला बन गई हैं। वह ओबामा प्रशासन के न्याय विभाग में मानवाधिकार विभाग की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं।
41 वर्षीय वनिता मानवाधिकारों की मुखर पक्षधर मानी जाती हैं। वह वेड हेंडरसन की जगह लेंगी। वह दो दशक तक इस संगठन के अध्यक्ष रहे। वनिता इसके सहायक संगठन 'द लीडरशिप कांफ्रेंस एजुकेशन फंड' का भी नेतृत्व करेंगी। वह अपनी यह नई जिम्मेदारी एक जून से संभालेंगी। उन्होंने कहा, 'जब हमारे देश के आदर्शो और विकास को खतरे में डाला जा रहा है तब 'द लीडरशिप कांफ्रेंस' उन नागरिक और मानवाधिकार संगठनों का अहम मुख्य केंद्र बना है। वे देशभर में न्याय, निष्पक्षता और समानता के लिए लड़ रहे हैं।'
न्याय विभाग से जुड़ने से पहले वनिता अमेरिकन सिविल लिबर्टीज यूनियन के सेंटर फॉर जस्टिस की उप विधि निदेशक थीं। वह इससे 2006 में जुड़ी थीं। उन्होंने न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी से कानून की पढ़ाई की है।
यह भी पढ़ें: परमाणु हथियार प्रतिबंध वार्ता में भारत शामिल नहीं