परमाणु हथियार प्रतिबंध वार्ता में भारत शामिल नहीं
आमसभा में परमाणु हथियार पर वैधानिक प्रतिबंध समझौता के लिए सम्मेलन आयोजित करने का प्रस्ताव रखा गया था।
संयुक्त राष्ट्र, प्रेट्र। परमाणु हथियारों पर विश्वस्तरीय प्रतिबंध के लिए शुरू हुई वार्ता में भारत हिस्सा नहीं ले रहा है। परमाणु शक्तियों की आपत्ति के बीच 20 वर्षो से ज्यादा समय बाद यह वार्ता शुरू हुई है। पिछले वर्ष अक्टूबर में 120 से ज्यादा देशों ने संयुक्त राष्ट्र आमसभा में पेश प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया था। आमसभा में परमाणु हथियार पर वैधानिक प्रतिबंध समझौता के लिए सम्मेलन आयोजित करने का प्रस्ताव रखा गया था। ब्रिटेन, फ्रांस, इजरायल, रूस और अमेरिका ने प्रस्ताव के विरोध में मतदान किया था जबकि चीन, भारत और पाकिस्तान मतदान से बाहर रहे थे।
सम्मेलन का पहला स्वतंत्र सत्र सोमवार को शुरू हुआ। अक्टूबर में हुए मतदान के दौरान भारत ने कहा था कि प्रस्तावित सम्मेलन अंतरराष्ट्रीय समुदाय की बहुप्रतीक्षित उम्मीदों पर खरा नहीं उतर सकता है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय परमाणु नि:शस्त्रीकरण पर समग्र तंत्र की इच्छा रखता है। प्रस्तावित सम्मेलन से भारत को इस दिशा में प्रगति की उम्मीद नहीं है।
भारत ने यह भी कहा था कि जेनेवा स्थित नि:शस्त्रीकरण पर कान्फ्रेंस (सीडी) एकल बहुआयामी समझौता मंच है। भारत ने यह भी कहा था कि वह नि:शस्त्रीकरण पर समग्र परमाणु हथियार सम्मेलन का समर्थन करता है। अपनी पूर्व की स्थिति पर कायम रहते हुए भारत ने कहा है कि उसने 31 मार्च तक चलने वाले सम्मेलन में हिस्सा नहीं लेने का फैसला लिया है।
यह भी पढ़ें: पाक में मुस्लिम युवक को दी यहूदी बनने की इजाजत