भारत और अमेरिका के बीच संयुक्त राष्ट्र में पहली बार द्विपक्षीय वार्ता
भारत और अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र में बहुपक्षीय मुद्दों पर द्विपक्षीय बातचीत के लिए पहली बार साथ इकट्ठा हुए। यह वार्ता राष्ट्रपति ओबामा की हालिया भारत यात्रा के दौरान 'दिल्ली में दोस्ती की घोषणा' के आलोक में आयोजित किया गया।
वाशिंगटन। भारत और अमेरिका संयुक्त राष्ट्र में बहुपक्षीय मुद्दों पर द्विपक्षीय बातचीत के लिए पहली बार साथ इकट्ठा हुए। यह वार्ता राष्ट्रपति ओबामा की हालिया भारत यात्रा के दौरान 'दिल्ली में दोस्ती की घोषणा' के आलोक में आयोजित किया गया। इससे दोनों देशों के बीच सहयोग में बढ़ोतरी होगी तथा संबंधों को मजबूती मिलेगी।
अमेरिका के विदेश विभाग द्वारा बुधवार को जारी बयान में यह कहा गया कि यह वार्ता मुख्य रुप से अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा, शांति अभियानों, पायरेसी पर रोक तथा 2015 के बाद के विकास के एजेंडे, संयुक्त राष्ट्र की मानवाधिकार कौंसिल व आपसी हित के अन्य मामलों पर केंद्रित था। साथ ही यह भी कहा गया कि यह वार्ता दिल्ली में जारी 'दोस्ती के घोषणा पत्र' का अगला कदम है जिसके तहत भारत और अमेरिका ने बहुपक्षीय मंचों पर नियमित रुप से विचार-बिमर्श करने की शपथ ली है।
इस वार्ता में अमेरिकी दल की प्रमुख अंतराष्ट्रीय संगठन मामला, विदेश विभाग की सहायक सचिव शेवा क्राकर थी, वहीं भारतीय दल का नेतृत्व विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव विकास स्वरूप ने किया। इस वार्ता के बाद जारी बयान में कहा गया कि संयुक्त राष्ट्र में भारत और अमेरिका के बीच आयोजित बहुपक्षीय वार्ता में दोनों देशों को कई महत्वपूर्ण मुददों पर व्यापक चर्चा का अवसर मिला।
पिछले महीने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की भारत यात्रा के दौरान भारत और अमेरिका के संयुक्त वक्तव्य में दोनों ही देशों ने यह वचन दिया था कि वे मानवीय उद्यम के सभी क्षेत्रों में आपसी सहयोग को आगे बढ़ाएगें ताकि उनके नागरिकों का जीवन बेहतर हो और समूचे विश्व का भला हो। पिछले महीने भारत और अमेरिका ने लंबे समय से चली आ रही रणनीतिक साझेदारी को और भी मजबूत बनाने को 'दोस्ती के घोषणा पत्र' द्वारा सहमति प्रदान की, जिससे दोनों देशों के बीच आपसी संबंध विस्तृत व मजबूत हो रहे हैं।