64 वर्ष की उम्र में भारत आकर कराया लिंग-परिवर्तन
विदेशों में लिंग परिवर्तन सर्जरी महंगी होने के कारण वहां के लोग भारत का रुख कर रहे हैं क्योंकि यहां यह सर्जरी किफायती है।
नई दिल्ली, एएफपी। डिप्रेशन से काफी दिनों तक संघर्ष करने के बाद आखिरकार पूर्व सैनिक बेट्टी एन आर्चर ने दिल्ली आने का निर्णय लिया ताकि लिंग को बदला जा सके। भारत में किफायती लिंग परिवर्तन सर्जरी के कारण विदेशी यहां का रुख ले रहे हैं और इसलिए आर्चर ने भी इसे ही अपनाया।
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एरिजोना की 64 वर्षीय डेल आर्चर ने कहा, शुरुआत से उन्हें ऐसा लग रहा था कि गलत शरीर मिला है। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि रुढ़िवादी पिता के डर से लड़का होते हुए भी चुपके से अपनी मां के कपड़े पहन लिया करती थी।
नीले रंग की साड़ी व भारतीय गहनों में सजी आर्चर ने बताया, ‘मैंने दो बार खुद को मारने की कोशिश भी की क्योंकि लड़के के तौर पर मैं खुद को पसंद नहीं करती थी। 2011 में मैं काफी बीमार हो गयी इसके बाद दिल्ली में लिंग परिवर्तन के लिए उन्हें लाया गया।‘
इंटस्ट्री एक्सपर्ट्स के अनुसार, ऐसे सर्जरी के लिए भारत आने वाले ट्रांसजेंडर की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है क्योंकि अन्य जगहों की तुलना में भारत का बाजार कहीं अधिक सस्ता और किफायती है।
लिंग-परिवर्तन सर्जरी के लिए भारत है किफायती
नवंबर में उत्तरी दिल्ली के ओल्मेक सेंटर में अपनी समस्या के साथ आर्चर पहुंचीं। उनके अनुसार, थाइलैंड में भी ऐसे बहुतेरे क्लिनिक हैं लेकिन भारत की तुलना में वह महंगे हैं।
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आर्चर ने कहा, ‘भारत में यह सर्जरी कम खर्च में हो सकता है। ट्रांसजेंडर लोगों के लिए यह एक अच्छा ऑप्शन है जो लिंग परिवर्तन सर्जरी को महंगा समझ कराने से हिचकते हैं वे इसे आसानी से कम खर्च में यहां करा सकते हैं।‘ आर्चर ने इस सर्जरी के लिए 6,000 डॉलर खर्च किए जो उनके देश की कीमत का पांचवां हिस्सा है।
22,000 डॉलर में ओल्मेक में यह इलाज होता है लेकिन यह अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध कराता है जैसे रहने का प्रबंध, एयरपोर्ट शटल की सुविधा और सर्जरी के बाद की देखभाल जिसमें शॉपिंग ट्रिप और ताजमहल ट्रिप के साथ अन्य चीजें भी शामिल है।
ओल्मेक के फाउंडर और प्लास्टिक सर्जन नरेंद्र कौशिक ने कहा कि एक वर्ष में वह 200 सर्जरी करते हैं जिसमें अधिकतर लोकल ही होते हैं। लेकिन कौशिक ने कहा वह विदेशियों की बढ़ती संख्या देख रहे हैं जिनमें पश्चिमी देशों में ब्रिटेन, अमेरिका व ऑस्ट्रेलिया से लोग होते हैं और वे किफायती सर्जरी चाहते हैं।
लिंग परिवर्तन के लिए विदेशों से यहां आते हैं लोग
साल में 250,000 से अधिक रोगी कई कामों जैसे कमर से लेकर चेहरे तक की सर्जरी के लिए भारत आते हैं।
थाइलैंड की तुलना में भारत आने वाले केस की संख्या कम है पर उम्मीद जतायी जा रही है कि भविष्य में ऐसे सर्जरी में भारत आगे होगा।
रिटायर ब्रिटिश वायलिन वादक रोजी मिका केलेट ने पुरुष से महिला में लिंग परिवर्तन की सर्जरी के लिए भारत आने का निर्णय लिया। भारत में यह सर्जरी 14,000 पाउंड (20,000डॉलर) में उपलब्ध है जो कि ब्रिटेन की तुलना में आधे से भी कम है।
भारतीय सर्जन भी ट्रांसजेंडर ऑपरेशन के लिए अपनी तकनीक विकसित कर रहे हैं जिसमें महिला से पुरुष में परिवर्तन के लिए भी सर्जरी शामिल है जो कि काफी कम जगहों पर उपलब्ध है।