ड्रग्स और आतंकवाद के गठजोड़ के खिलाफ भारत ने उठाई आवाज
संयुक्त राष्ट्र महासभा में नशीले पदार्थों पर आयोजित विशेष सत्र में अरुण जेटली ने विश्व समुदाय से मादक पदार्थो की तस्करी रोकने वर उसके आतंकी नेटवर्क से संपर्क को तोड़ने का आह्वान किया है।
संयुक्त राष्ट्र। भारत ने विश्व समुदाय से मादक पदार्थो की तस्करी रोकने और उसके आतंकी नेटवर्क से संपर्क को तोड़ने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि इस गठजोड़ से पैदा होने वाला धन दुनिया की शांति, सुरक्षा और स्थिरता के लिए खतरा है। यह बात संयुक्त राष्ट्र महासभा में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने नशीले पदार्थों पर आयोजित विशेष सत्र में कही।
जेटली ने कहा कि इस समय आतंकवाद दुनिया के लिए सबसे बड़ा खतरा बना हुआ है। आतंकवाद की कोई सीमा नहीं है। आतंकी शहरों में निर्दोष लोगों पर हमले कर रहे हैं। आतंकी संगठनों और नशीले पदार्थो के तस्करों के आपसी रिश्ते, दोनों को लाभ पहुंचा रहे हैं। बड़ी मात्रा में अवैध धन का प्रवाह दुनिया के एक कोने से दूसरे कोने तक हो रहा है। इससे पूरी दुनिया के लिए खतरा बढ़ा है। इसलिए दुनिया को मानवता के इन दुश्मनों के खिलाफ मजबूती से जंग जारी रखनी चाहिए। जेटली ने कहा कि संगठित अपराध के पीछे भी नशीले पदार्थो की तस्करी है। ज्यादातर आपराधिक कृत्य नशीले पदार्थो के धंधे के साए में पनपते हैं।
अगर इन पर लगाम लगानी है तो उनके आर्थिक हितों पर चोट करनी होगी। उनका पैसे का लेन-देन बाधित करना होगा। महासभा का यह विशेष सत्र 193 सदस्य देशों वाली संस्था ने नशीले पदार्थो की बढ़ती समस्या को खत्म करने के लिए कार्ययोजना बनाने के वास्ते आयोजित किया है। जेटली ने सुझाव दिया कि भारत सरकार के अनुरूप दुनिया के देश अपने कानून मजबूत करके नशीले पदार्थो की तस्करी की समस्या को नियंत्रित कर सकते हैं। इस दौरान उन्होंने संयुक्त राष्ट्र के उन तीन प्रावधानों का भी उल्लेख किया जिनके इस्तेमाल से नशीले पदार्थो की तस्करी की समस्या को खत्म किया जा सकता है।
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