मोदी और ट्रंप के नेतृत्व में भारत-अमेरिका के संबंधों को लेकर आशान्वित हैं प्रवासी
भारतीय-अमेरिकियों ने कहा कि उन्हें यकीन है कि अमेरिका में लाखों की संख्या में मजबूत भारतीय प्रवासी द्विपक्षीय संबंधों में एक बड़ा बदलाव ला सकते हैं।
वाशिंगटन, पीटीआई। डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार पीएम नरेंद्र मोदी अमेरिका पहुंचे हैं। इसको लेकर भारतीय प्रवासियों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला है। वे पीएम मोदी के लिए संबोधन के लिए वर्जिनिया में एकत्रित हुए। उन्होंने कहा कि मोदी और ट्रंप के नेतृत्व में भारत-अमेरिका के भावी संबंध को लेकर बेहद आशान्वित हैं।
अपने पारंपरिक पोशाक में पहुंचे करीब 600 भारतीय-अमेरिकियों ने कहा कि उन्हें यकीन है कि अमेरिका में लाखों की संख्या में मजबूत भारतीय प्रवासी द्विपक्षीय संबंधों में एक बड़ा बदलाव ला सकते हैं।
हालांकि भले ही वर्जिनिया में आयोजित कार्यक्रम में 600 से ज्यादा भारतीय मूल के लोग शामिल हुए, मगर 2014 में पीएम मोदी के लिए मेडिसन स्क्वायर गार्डेन में आयोजित रिसेप्शन की तुलना में यह संख्या बेहद कम है। तब 18 हजार से ज्यादा लोग पीएम मोदी को कार्यक्रम में शामिल हुए थे।
पीएम मोदी ने कार्यक्रम में करीब 50 मिनट तक हिंदी में प्रवासी भारतीयों को संबोधित किया और पिछले तीन सालों में अपनी सरकार द्वारा चलाई गई जनकल्याणकारी योजनाओं से अवगत कराया। पेशे से डॉक्टर और प्रवासी भारतीय समुदाय के नेता सुधीर पारिख ने कहा कि मोदी के नेतृत्व में भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है। मोदी को पूरा यकीन है कि भारतीय प्रवासी अमेरिका और भारत के संबंधों के बीच एक बड़ा बदलाव ला सकते हैं।
वहीं ट्रंप के साथ मोदी की पहली द्विपक्षीय बैठक को लेकर पारिख ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि दोनों नेताओं के बीच रक्षा समझौतों, एच 1बी वीजा और दूसरे आव्रजन मुद्दों पर चर्चा हो सकती है।
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