पनामा पेपर्स पर नवाज की मांग चीफ जस्टिस ने ठुकराई
पाकिस्तान में पनामा पेपर्स मामले की न्यायिक जांच की मांग मुख्य न्यायाधीश अनवर जहीर जमाली ने ठुकरा दी है।
इस्लामाबाद, प्रेट्र : पाकिस्तान में पनामा पेपर्स मामले की न्यायिक जांच की मांग मुख्य न्यायाधीश अनवर जहीर जमाली ने ठुकरा दी है। उन्होंने कहा है कि अधिकारहीन आयोग के गठन से जांच का मकसद पूरा नहीं होगा। बीते महीने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने खत लिखकर उनसे न्यायिक आयोग के गठन का आग्रह किया था।
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इसके जवाब में जमाली ने सरकार को आयोग की शक्तियां और दायरा स्पष्ट करने को लेकर संसद में विशेष कानून लाने की सलाह दी है। उन्होंने अपने पत्र में कहा है कि धारा 1956 के तहत गठित होने वाले जांच आयोग की शक्तियां काफी सीमित होती हैं। बिना अधिकार वाले ऐसे आयोग से जांच मकसद पूरा नहीं होता। साथ ही सरकार और विपक्ष के बीच के मतभेद को भी उन्होंने आयोग के गठन में बाधक बताया है।
गौरतलब है कि पनामा पेपर्स के लीक दस्तावेजों में नवाज के बेटों हसन व हुसैन और बेटी मरियम का नाम है। इस मामले की जांच को लेकर विपक्षी दल और सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन ने भी मुख्य न्यायाधीश को मसौदा भेजा था। सरकार जांच के दायरे में उन्हीं लोगों को लाने के पक्ष में है जिनका नाम लीक दस्तावेजों में है। दूसरी ओर, विपक्ष प्रधानमंत्री को भी इसके दायरे में लाने की मांग कर रहा है। इस मामले पर सोमवार को नवाज संसद को संबोधित कर सकते हैं।