रैना-प्रियंका : बचपन की 'मोहब्बत ' पर शादी की मुहर
वल्र्ड कप मैचों में धूम मचा रहे क्रिकेटर सुरेश रैना और उनकी होने वाली दुल्हन प्रियंका बचपन से ही एक-दूसरे के दोस्त रहे हैं। हालांकि इस दोस्ती पर कुछ माह पहले ही परिजनों ने सात फेरों की मुहर लगाई है। नीदरलैंड से लौटीं प्रियंका चार अप्रैल को होने वाली शादी
लखनऊ। वल्र्ड कप मैचों में धूम मचा रहे क्रिकेटर सुरेश रैना और उनकी होने वाली दुल्हन प्रियंका बचपन से ही एक-दूसरे के दोस्त रहे हैं। हालांकि इस दोस्ती पर कुछ माह पहले ही परिजनों ने सात फेरों की मुहर लगाई है। नीदरलैंड से लौटीं प्रियंका चार अप्रैल को होने वाली शादी की तैयारियों में जुट गई हैं। प्रियंका की शादी के एक दिन पहले इनके भाई की शादी भी होनी है।
बागपत के बामनौली गांव में प्रियंका उर्फ गुड्डन के पड़ौसी बताते हैं कि प्रियंका के पिता तेजपाल सिंह जब मुरादनगर में पढ़ाते थे, तो विद्यालय में रैना उर्फ सोनू व उनकेदो भाइयों ने भी दाखिला लिया। रैना बचपन से ही क्रिकेट खेलने के शौकीन रहे हैं। हालांकि पढ़ाई में उनका मन जरा कम ही लगता था। कभी-कभी तो तेजपाल सिंह उन्हें डांट भी देते थे। दोनों परिवार एक ही कंपाउंड में रहते थे। इस कारण बचपन से ही रैना व प्रियंका अच्छे दोस्त बन गए। दोनों एक साथ खूब खेलते भी थे और एक-दूसरे को गुड्डन और सोनू कहकर ही बुलाते थे।
एक ही कालोनी में रहने और परिवार के बच्चों की आपस में दोस्ती के चलते धीरे-धीरे इन दोनों की मम्मियां भी एक-दूसरे की अच्छी सहेली बन गईं। कुछ माह पहले दोनों सहेलियों सुशीला और परवेश रैना ने प्रियंका व रैना की शादी पर विचार किया। फिर दोनों ने पूरे परिवार को मना लिया।
अपनी शादी के लिए प्रियंका सिंह नीदरलैंड से भारत आ गई हैं। हालांकि उनकी शादी से एक दिन पहले ही उनके भाई की शादी भी होनी है। प्रियंका का परिवार अब मेरठ के सुशांत सिटी में रहता है। प्रियंका के बड़े भाई अभिषेक उर्फ टन्नू व विवेक उर्फ मन्नू हैं। इधर, गाजियाबाद के राजनगर में रह रहे रैना के पिता त्रिलोक चंद भी शॉपिंग में व्यस्त हैं।
डांस भी करती बेहतरीन
प्रियंका के परिवार के जयप्रकाश बताते हैं कि वह बचपन से ही बहुत चंचल है। चटपटा खाना उसे बहुत भाता है और वह गांव की गलियों में कई बार खो भी जाती थी। तब उसके परिजन खोजा करते थे। उसे डांस करने का भी बहुत शौक है।
रटौल में भी प्रियंका की शादी का इंतजार
जहां प्रियंका की शादी की खुशियों को लेकर बामनौली गांव में जश्न का माहौल है, वहीं रटौल का एक परिवार भी इस खुशी में शामिल होने की तैयारियों में जुटा है। रटौल के लाला रणजीत सिंह के पुत्र सुरेश ने बताया, प्रियंका का जन्म रटौल में हुआ था और उन्होंने उसे गोद में खिलाया है। जन्म के करीब चार साल बाद ही वे यहां से चली गई थीं, लेकिन हमारे पारिवारिक रिश्ते कायम हैं। वह आज भी प्रियंका को अपनी बहन की तरह मानते हैं। उन्होंने बताया कि तेजपाल सिंह 1985 में सेंट मेरी इंटर कालेज में बतौर शिक्षक नियुक्त हुए। तभी से वे उनके मकान में किराए पर रहे। कुछ ही समय बाद तेजपाल सिंह की पत्नी सुशीला ने प्रियंका को जन्म दिया। बाद में उनका तबादला हो गया और वे मुरादनगर चले गए।