एचआइएलः वेवराइडर्स ने वॉरियर्स को उसके घर में हराया
ड्रैग फ्लिकर रुपिंदर पाल सिंह के बेहतरीन खेल की बदौलत दिल्ली वेवराइडर्स ने बुधवार को पंजाब वॉरियर्स को संघर्षपूर्ण मुकाबले में 5-4 से हराकर हॉकी इंडिया लीग (एचआइएल) में अपना अभियान शुरू किया।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। ड्रैग फ्लिकर रुपिंदर पाल सिंह के बेहतरीन खेल की बदौलत दिल्ली वेवराइडर्स ने बुधवार को पंजाब वॉरियर्स को संघर्षपूर्ण मुकाबले में 5-4 से हराकर हॉकी इंडिया लीग (एचआइएल) में अपना अभियान शुरू किया।
रुपिंदर ने 24वें और 36वें मिनट में पेनाल्टी कॉर्नर को गोल में बदला। जबकि दिल्ली के कनाडाई खिलाड़ी मार्क पीयरसन ने 28वें मिनट में एक अन्य पेनाल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील किया। इससे पहले युवराज वाल्मीकि ने वेवराइडर्स को नौवें मिनट में फील्ड गोल से बढ़त दिलाई, जिसे टूर्नामेंट के नए नियमों के तहत दो गोल के बराबर माना गया। वॉरियर्स के लिए मैथ्यू गॉड्स ने 10वें मिनट में मैदानी गोल दागा। उसके बाद क्रिस्टोफर सिरीएलो (29वां मिनट) और मार्क ग्लेगहार्न (54वां मिनट) ने पेनाल्टी कॉर्नर को भुनाया।
सेक्टर-42 हॉकी स्टेडियम में खेले गए मैच के पहले क्वार्टर के 9वें मिनट मंे वेवराइडर्स के युवराज ने अपने साथी से मिले शानदार पास पर फील्ड गोल कर स्कोर 2-0 किया। इससे पहले की वेवराइडर्स इस गोल का जश्न मना पाती पंजाब वारियर्स के मैट ने अगले मिनट मंे पलटवार करते हुए फील्ड गोल पर स्कोर 2-2 से बराबर कर किया। दूसरे क्वार्टर में दिल्ली की टीम हावी रही और उसे 23वें मिनट में पेनाल्टी कॉर्नर मिला। जिसे रुपिंदर ने गोल में तब्दील कर अपनी टीम को 3-2 से बढ़त दिला दी। 28वें मिनट में वेवराइडर्स को फिर पेनाल्टी कॉर्नर मिला, जिसको पीयरसन ने गोल में बदल कर टीम को 4-2 की बढ़त दिला दी। अगले मिनट में ही पंजाब वारियर्स के क्रिस्टोफर ने पेनाल्टी कॉर्नर को गोल में बदल कर स्कोर 3-4 पर ला दिया।
36वें मिनट में दिल्ली वेवराइडर्स को फिर पेनाल्टी कॉर्नर मिला, जिस पर रुपिंदर टीम को 5-3 से बढ़त दिलाने में सफल रहे। चौथे क्वार्टर में पंजाब वारियर्स को 54वें मिनट में पेनाल्टी कॉर्नर मिला जिस पर मार्क ने गोल कर अपनी टीम को 4-5 पर ला दिया। पंजाब वारियर्स के खिलाड़ी 41वें व 45वें मिनट में मिले पेनाल्टी कॉर्नर को भुना नही कर सके, वरना मैच का नतीजा कुछ और होता। बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले दिल्ली के रुपिंदर 'मैन ऑफ द मैच' बने। उन्हें 50 हजार रुपये देकर सम्मानित किया गया।