वीटेल ने बियांची के नाम की हंगरी में अपनी पहली जीत
फेरारी के जर्मन ड्राइवर सेबेस्टियन वीटेल ने रविवार को पहली बार हंगरी ग्रां प्रि फॉर्मूला वन रेस जीतकर उसे फ्रांसीसी ड्राइवर जूल्स बियांची के नाम समर्पित कर दिया। वीटेल ने जीत दर्ज करने के तुरंत बाद बियांची को याद किया, जिनका पिछले साल जापान ग्रां प्रि के दौरान चोटिल होने
बुडापेस्ट। फेरारी के जर्मन ड्राइवर सेबेस्टियन वीटेल ने रविवार को पहली बार हंगरी ग्रां प्रि फॉर्मूला वन रेस जीतकर उसे फ्रांसीसी ड्राइवर जूल्स बियांची के नाम समर्पित कर दिया। वीटेल ने जीत दर्ज करने के तुरंत बाद बियांची को याद किया, जिनका पिछले साल जापान ग्रां प्रि के दौरान चोटिल होने के बाद इस साल 17 जुलाई को निधन हो गया था। वीटेल ने जीत के बाद कहा, 'धन्यवाद जूल्स, तुम हमेशा हमारे दिलों में रहोगे।' फेरारी टीम ने रेस से पहले बियांची के लिए एक मिनट का मौन भी रखा था।
सत्र की दूसरी खिताबी जीत के साथ चार बार के विश्व चैंपियन ने ब्राजीली दिग्गज एफ-1 ड्राइवर आयर्टन सेना के 41 ग्रा प्रि खिताब की भी बराबरी की। रेड बुल्स के दोनों ड्राइवर 21 वर्षीय रूसी डेनिल कवयाट दूसरे और ऑस्ट्रेलिया के डेनियल रिकीआर्डो तीसरे स्थान पर रहे। टोरो रोसो के मैक्स वर्सटैप्पन ने चौथा स्थान हासिल किया। उनके पिता जोस ने 1994 में यहां जीत दर्ज की थी। मैक्लारेन के फनरंडो अलोंसो को पांचवें और मर्सिडीज के लुइस हैमिल्टन को छठे स्थान से संतोष करना पड़ा।
- रिटायर हुईं फोर्स इंडिया की कारें:
भारतीय टीम सहारा फोर्स इंडिया दोनों कारें रिटायर होकर बिना अंक लिए लौट आईं। निको हुल्केनबर्ग की कार 41वें लैप में दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिसका उन्हें खामियाजा भुगतना पड़ा। वहीं सर्गियो पेरेज से भी 54वें लैप में टीम ने रिटायर होने के लिए कह दिया। हुल्केनबर्ग ने शुरुआत तो अच्छी की थी और वह रेस से अंक हासिल करते भी लग रहे थे, लेकिन तभी उनके कार का फ्रंट विंग टूट गया और उनकी कार टायर बैरियर में जा टकराई। बाद में पेरेज से भी ऐसी ही परिस्थिति में दुर्घटना से बचने के लिए रिटायर होने के लिए कह दिया गया। शुक्रवार को पहले अभ्यास सत्र के दौरान भी पेरेज की कार बुरी तरह से दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी, जिसमें वह बाल-बाल बचे थे।