योगेश्वर और बजरंग की कामयाबी से उत्साहित हैं गुरू सतपाल
इंचियोन एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहलवान योगेश्वर दत्त और रजत जीतने वाले बजरंग के गुरु महाबली सतपाल ने इन खेलों में अपने
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। इंचियोन एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहलवान योगेश्वर दत्त और रजत जीतने वाले बजरंग के गुरु महाबली सतपाल ने इन खेलों में अपने शिष्यों की उपलब्धि पर कहा कि उन्हें इन पर गर्व है।
द्रोणाचार्य अवॉर्डी सतपाल ने कहा कि मुझे पूरी उम्मीद थी कि हमारे पहलवान इस बार एशियन गेम्स में अच्छा प्रदर्शन करेंगे और मुझे यह भी यकीन है कि 2016 के रियो ओलंपिक में भी मेरे शिष्य देश के लिए पदक हासिल करेंगे। योगेश्वर ने भारत को 28 वर्ष के लंबे अंतराल के एशियन गेम्स में कुश्ती में स्वर्ण पदक दिलाया, जबकि बजरंग ने रजत पदक जीता।
सतपाल ने योगेश्वर की सराहना करते हुए कहा कि एशियन गेम्स में कुश्ती मुकाबले ज्यादा मुश्किल होते हैं। भारतीय कुश्ती में इस समय जो उछाल चल रहा है उसे बनाए रखने के लिए यह स्वर्ण बहुत जरूरी था। योगेश्वर और बजरंग सतपाल के छत्रसाल स्टेडियम अखाड़े से हैं। इस अखाड़े के तीन पहलवानों सुशील, योगेश्वर और अमित ने ग्लास्गो कॉमनवेल्थ गेम्स में तीन स्वर्ण पदक जीते थे। सतपाल ने कांस्य पदक जीतने वाले नरसिंह यादव की भी सराहना करते हुए कहा कि उसने कांस्य पदक के मुकाबले में जबरदस्त संघर्ष किया और जीत हासिल की।
छत्रसाल अखाड़े के ही द्रोणाचार्य अवॉर्डी कोच रामफल ने कहा कि बजरंग स्वर्ण पदक जीत सकता था, लेकिन वह थोड़ा दुर्भाग्यशाली रहा कि ईरानी पहलवान आखिर में दो अंक ले गया। उन्होंने अपने दो अन्य शिष्यों अमित कुमार और प्रवीण राणा के लिए कहा कि दोनों अच्छे पहलवान हैं। वे अपनी गलतियों से सीखकर भविष्य में अच्छा प्रदर्शन करेंगे।