तालियों की गड़गड़ाहट के बीच सानिया मिर्जा बनीं खेल रत्न
तालियों की गड़गड़ाहट के बीच टेनिस स्टार सानिया मिर्जा ने अपने करियर के दौरान न जाने कितनी ही ट्रॉफियां ग्रहण की होंगी, लेकिन शनिवार को दरबार हॉल में तालियों की जो गूंज उनके कानों ने सुनी वह उसे ताउम्र भुला नहीं पाएंगी। राष्ट्रपति भवन में भव्य समारोह के दौरान जब
जागरण न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली। तालियों की गड़गड़ाहट के बीच टेनिस स्टार सानिया मिर्जा ने अपने करियर के दौरान न जाने कितनी ही ट्रॉफियां ग्रहण की होंगी, लेकिन शनिवार को दरबार हॉल में तालियों की जो गूंज उनके कानों ने सुनी वह उसे ताउम्र भुला नहीं पाएंगी। राष्ट्रपति भवन में भव्य समारोह के दौरान जब राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के हाथों प्रतिष्ठित राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार लेने के लिए मैरून रंग की साड़ी और नीला ब्लेजर पहने सानिया आगे बढ़ीं तो वहां मौजूद लोगों ने जमकर तालियां बजाते हुए विदेशों में नाम रोशन करने वाली देश की इस बेटी के प्रति खुलकर अपना प्यार और सम्मान जाहिर किया।
लिएंडर पेस के बाद सानिया देश का सर्वोच्च खेल पुरस्कार पाने वाले दूसरी टेनिस खिलाड़ी हैं। उन्हें यह पुरस्कार तब दिया गया जब अदालत में उन्हें खेल रत्न दिए जाने को लेकर सवाल उठाए गए हैं। राष्ट्रपति ने इस अवसर पर निशानेबाज जीतू राई सहित कई खिलाडि़यों को अर्जुन पुरस्कार से भी सम्मानित किया। स्टार निशानेबाज जीतू राई के लिए यह गौरवशाली क्षण था, जिन्होंने पिछले दो वषरें में शानदार प्रदर्शन किया है। उनके अलावा कॉमनवेल्थ खेलों में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला जिम्नास्ट दीपा करमाकर, हॉकी स्टार पीआर श्रीजेश और पहलवान बबिता को भी अर्जुन पुरस्कार दिया गया। क्रिकेटर रोहित शर्मा, मुक्केबाज मनदीप जांगड़ा और धाविका एमआर पूवम्मा पुरस्कार हासिल करने के लिए उपस्थित नहीं थे। समारोह के दौरान दरबार हाल में खेल मंत्री सर्बानंद सोनोवाल सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
सानिया को पदक, प्रमाणपत्र और 7.50 लाख रुपये का नकद पुरस्कार मिला, जबकि अर्जुन पुरस्कार विजेताओं को अर्जुन की प्रतिमा, प्रमाणपत्र और पांच लाख रुपये नकद दिए गए।
पुरस्कार प्राप्त करने वालों की सूची इस प्रकार है -:
राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार- सानिया मिर्जा, अर्जुन पुरस्कार-पी आर श्रीजेश (हॉकी), दीपा करमाकर (जिम्नास्ट), जीतू राई (निशानेबाजी), संदीप कुमार (तीरंदाजी) मनदीप जांगड़ा (मुक्केबाजी), बबिता (कुश्ती), बजरंग (कुश्ती), रोहित शर्मा (क्रिकेट) के श्रीकांत (बैडमिंटन), स्वर्ण सिंह विर्क (रोइंग), सतीश शिवालिंगम (भारोत्तोलन), सांतोई देवी (वुशू), शरत गायकवाड़ (पैरा सेलिंग), एमआर पूवम्मा (एथलेटिक्स), मनजीत छिल्लर (कबड्डी), अभिलाषा महात्रे (कबड्डी) अनूप कुमार यामा (रोलरस्केटिंग)।
द्रोणाचार्य पुरस्कार : नवल सिंह (एथलेटिक्स पैरा खेल), अनूप सिंह (कुश्ती), हरबंस सिंह (एथलेटिक्स जीवनपर्यंत), स्वतंत्र राज सिंह (मुक्केबाजी जीवनपर्यंत), निहार अमीन (तैराकी जीवनपर्यंत)।
ध्यानचंद पुरस्कार : रोमियो जेम्स (हॉकी), शिवप्रकाश मिश्रा (टेनिस), टीपीपी नायर (वालीबॉल)