ग्लास्गो: पहली बार पदक नहीं जीत सकी भारतीय पुरुष टेटे टीम
भारतीय पुरुष टेबल टेनिस टीम पहली बार कॉमनवेल्थ गेम्स से खाली हाथ लौंटेगी। सोमवार को उसे कांस्य पदक के लिए मुकाबले में नाइजीरिया के हाथों 1-3 से पराजय का सामना करना पड़ा। रविवार रात को सेमीफाइनल में इंग्लैंड से 1-3 से दिल तोड़ने वाली हार के बाद भारतीय टीम नाइजीरिया के सामने भी असहाय नजर आयी। इस हार का मतलब यह हुआ कि 2002
ग्लास्गो। भारतीय पुरुष टेबल टेनिस टीम पहली बार कॉमनवेल्थ गेम्स से खाली हाथ लौंटेगी। सोमवार को उसे कांस्य पदक के लिए मुकाबले में नाइजीरिया के हाथों 1-3 से पराजय का सामना करना पड़ा। रविवार रात को सेमीफाइनल में इंग्लैंड से 1-3 से दिल तोड़ने वाली हार के बाद भारतीय टीम नाइजीरिया के सामने भी असहाय नजर आयी। इस हार का मतलब यह हुआ कि 2002 मैनचेस्टर गेम्स में टेबल टेनिस को शामिल किये जाने के बाद से भारतीय पुरुष पहली बार टीम स्पर्धा से खाली हाथ लौटेंगे।
भारतीय कोच पीटर एंजेल ने उम्मीद जतायी थी कि भारतीय पैडलर्स ग्लास्गो में कम से कम तीन पदक जरूरत जीतेंगे। लेकिन टीम स्पर्धा में झोली खाली रहने के बाद उनका यह दावा पूरा होता नहीं नजर आ रहा। चार साल पहले दिल्ली में भारत ने रिकॉर्ड पांच पदक जीते थे। दिल्ली में रजत पदक जीतने वाली भारतीय महिला टीम ने भी निराश किया। उसे रविवार को कांस्य पदक के मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पराजय का सामना करना पड़ा था।
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