भारत की हॉकी टीम को अपना डिफेंस मजबूत करने की जरूरत: स्ट्रीडर
स्ट्रीडर इससे पहले नीदरलैंड्स की जूनियर टीम के साथ जुड़े हुए थे।
बेंगलुरु, पीटीआइ। नवनियुक्त भारतीय पुरुष हॉकी टीम के विश्लेषणात्मक (एनालिटिकल) कोच हैंस स्ट्रीडर ने शुक्रवार को कहा कि टीम को अपना डिफेंस मजबूत करने की जरूरत है। मजबूत डिफेंस अन्य शीर्ष टीमों और भारतीय टीम के बीच अंतर को कम करने में सहायक हो सकता है।
नीदरलैंड्स के स्ट्रीडर 14 मार्च को राष्ट्रीय टीम के शिविर से जुड़े थे, जहां 33 सदस्यीय पुरुष हॉकी टीम सुल्तान अजलान शाह कप के लिए तैयारी कर रही है।
उन्होंने कहा, 'मैं टीम का डिफेंस मजबूत होते देखना चाहता हूं। आप तभी खुलकर आक्रमण कर सकते हैं जब आपको पता हो कि डिफेंस पूरी तरह से मजबूत है।' अजलान शाह कप अप्रैल में होगा। भारत पिछले वर्ष इसमें उपविजेता रहा था।
हालांकि मुख्य कोच रोलेंट ओल्टमैंस और स्ट्रीडर का पूरा ध्यान इसी वर्ष बांग्लादेश में होने वाले एशिया कप और भुवनेश्वर में हॉकी वर्ल्ड लीग (एचडब्ल्यूएल) फाइनल पर है।
भारतीय हॉकी के लिए स्ट्रीडर कोई अनजान चेहरा नहीं हैं। 2012 में उन्होंने भारतीय टीम के रोटरडम दौरे के दौरान मुख्य कोच माइकल नोब्स के साथ काम किया था। वह तीन साल तक हॉकी इंडिया लीग (एचआइएल) की टीम उत्तर प्रदेश विजार्डस के विश्लेषणात्मक कोच थे।
स्ट्रीडर ने कहा, 'मैंने इन सभी खिलाड़ियों को करीब से खेलते हुए देखा है। वे सभी कुशल और उत्साहित खिलाड़ी हैं। यह अच्छी बात है कि टीम को एक साथ प्रशिक्षण के लिए छह सप्ताह का समय मिला, क्योंकि नीदरलैंड्स में सिर्फ दो या तीन सप्ताह का समय मिलता है।'
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स्ट्रीडर इससे पहले नीदरलैंड्स की जूनियर टीम के साथ जुड़े हुए थे और उन्होंने करीबी तौर पर इस टीम को दिसंबर, 2016 में विश्व कप का खिताब जीतते हुए देखा है।